जयपुर: मणिपुर पिछले एक साल से हिंसा की आग में सुलग रहा है. कुकी और मैतेई समुदाय के बीच शुरू हुई हिंसा को एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक मणिपुर के हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. जिसको लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने X पर एक पोस्ट शेयर किया है.
उन्होंने लिखा है कि ऐसा लगता है कि मणिपुर में हो रही हिंसा के बावजूद वहां का दौरा करने को प्रधानमंत्री जी ने अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है. वहां राज्यपाल आवास एवं मुख्यमंत्री के घर जैसे सुरक्षित स्थानों तक पर लगातार हमले हो रहे हैं परन्तु केन्द्र सरकार का इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं है. मणिपुर में अत्याधुनिक हथियारों एवं ड्रोन्स का इस्तेमाल कर आम लोगों पर हमले किए जा रहे हैं.
तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने असम में शांति स्थापित करने के लिए राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार तक की कुर्बानी देने में संकोच नहीं रखा जिसके कारण आज तक वहां शांति का दौर स्थापित है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित तमाम विपक्षी दल मणिपुर का दौरा करने की मांग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री जी को मणिपुर में शांति स्थापना के लिए अब आवश्यक कदम उठाने में देरी नहीं करनी चाहिए एवं मणिपुर का दौरा करना चाहिए.
ऐसा लगता है कि मणिपुर में हो रही हिंसा के बावजूद वहां का दौरा करने को प्रधानमंत्री जी ने अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। वहां राज्यपाल आवास एवं मुख्यमंत्री के घर जैसे सुरक्षित स्थानों तक पर लगातार हमले हो रहे हैं परन्तु केन्द्र सरकार का इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं है। मणिपुर…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 10, 2024