जयपुरः कांवटिया अस्पताल में खुले में प्रसव का प्रकरण में आखिरकार डॉ. सुषमा को न्याय मिला है. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सीनियर रेजिडेंट डॉ. सुषमा का निलंबन निरस्त कर दिया है. फर्स्ट इंडिया न्यूज ने प्रमुखता से डॉ.सुषमा पर गलत कार्रवाई का मुद्दा उठाया था. इसके बाद अब विभाग ने मल्टीपल ड्यूटी रोस्टर के कारण पैदा हुई असमंजस की स्थिति को माना है.
पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए अब पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम अरूण गर्ग की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई. कमेटी में उप निदेशक चिकित्सा शिक्षा खेमाराम यादव, महिला चिकित्सालय जयपुर की वरिष्ठ आचार्य डॉ.आशा वर्मा और डॉ.ज्योत्सना व्यास तथा जनाना अस्पताल की आचार्य डॉ.अदिति बंसल सदस्य होंगे.
यह कमेटी 7 दिन में प्रकरण में जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी