VIDEO: पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा की फिर बीजेपी में वापसी, चौरासी चुनाव के मद्देनजर कटारा की वापसी अहम, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: BAP के प्रादुर्भाव के बाद मेवाड़ वागड़ की पॉलिटिक्स बदल गई है. सलूंबर और चौरासी की उपचुनाव की गणित का बीजेपी को सामना करना पड़ रहा है. यही कारण है कि डूंगरपुर से विधायक रह चुके देवेंद्र कटारा को फिर से बीजेपी में लाया गया.बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बीजेपी ज्वाइन कराई. रणनीति साफ है उप चुनाव को साधना और BAP की रणनीति को भेदना.

कांकरी डूंगरी प्रकरण में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके और डूंगरपुर से विधायक रह चुके देवेंद्र कटारा ने बीजेपी का दामन फिर थाम लिया है. कभी कॉमरेड रहे ,कभी भाजपाई रहे देवेंद्र कटारा का करीब छह साल पहले बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में टिकट काट दिया था जब वो डूंगरपुर से बीजेपी के विधायक थे. जब बीजेपी ने टिकट कटा था तब उन्होंने निर्दलीय ताल निर्दलीय ताल ठोक दी थी .ये घटना है 2021 के आस पास की..इसके बाद BTP को ज्वाइन किया. फिर आम आदमी पार्टी का दामन थामा मगर सफलता कहीं नहीं मिली. अब फिर बीजेपी में लौट आए है कटारा. टाइमिंग जबर्दस्त है क्योंकि डूंगरपुर जिले की चौरासी सीट पर उप चुनाव हो रहा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कटारा की घर वापसी कराई.

विधायक रहते हुए गुलाब चंद कटारिया को असम का महामहिम बनाने की सियासी घटना ने ये जाहिर कर दिया है कि मेवाड़ वाघड में नया नेतृत्व उभारा जायेगा . लेकिन अभी तक मुकम्मल नेतृत्व का अभी अभाव है. उधर BTP के बाद BAP के उदय ने पूरी दक्षिण अंचल की सियासत को अलग दिशा दे दी. गुलाब चंद कटारिया ने अपने परिश्रम से आदिवासी अंचल में कमल को मजबूत किया था. अब इसे मेंटेन करना बीजेपी केलिए चुनौती. हालांकि ये भविष्य के गर्भ में है कि आदिवासी क्षेत्र में कटारा बीजेपी को कितनी मजबूती दे पाते है लेकिन एंट्री हो गई है.