हरियालो राजस्थान पर्यावरण कॉन्क्लेव, भजनलाल शर्मा बोले- वृक्षों में देवताओं का वास माना जाता है, पर्यावरण संरक्षण हमारी परंपरा

हरियालो राजस्थान पर्यावरण कॉन्क्लेव, भजनलाल शर्मा बोले- वृक्षों में देवताओं का वास माना जाता है, पर्यावरण संरक्षण हमारी परंपरा

जयपुरः हरियालो राजस्थान पर्यावरण कॉन्क्लेव आयोजित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम पहाड़ों, पृथ्वी, वृक्ष, प्रकृति सभी को पूजते हैं. पर्यावरण संरक्षण हमारी परंपरा है. इसलिए प्रकृति संरक्षण की शुरुआत घर से करनी है. आने वाले समय के लिए प्रकृति को संरक्षित करना जरूरी है. हमारी सरकार ने 2 वर्ष में पर्यावरण सरंक्षण पर काफी कार्य किया है. पर्यावरण संरक्षण को जागरूक करना हमारी प्राथमिकता है. पर्यावरण संरक्षण हम सबकी साझी जिम्मेदारी है. वृक्षों में देवताओं का वास माना जाता है. पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो हमारा जीवन भी सुरक्षित रहेगा. 

सिंचाई के लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम को बढ़ावा दे रहे हैं. मग,लौटा सब चला गया अब तो शॉवर का इस्तेमाल करते हैं जो गलत है. जल संरक्षण हमारा कर्तव्य, क्योंकि जल का कोई विकल्प नहीं है. पानी के बेजा दोहन से बचना चाहिए. अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा. हरियालो राजस्थान मील का पत्थर है. पिछले 2 वर्ष में पौधों के पनपने की दर भी 80-90 फीसदी तक बढ़ी है. आप सभी एक पेड़ मां के नाम जरूर लगाओ. पंच गौरव योजना के तहत प्रत्येक जिले में एक उपज या एक वनस्पति प्रजाति को संरक्षित कर रहे हैं. प्रदेश में वायु प्रदूषण सुधार के लिए रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है. सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांत को अपनाना समय की मांग है. 

हम सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन में देश में नंबर एक है- भजनलाल शर्मा
राजस्थान ग्रीन इनोवेशन हब के तौर पर उभरे ऐसी हमारी मंशा है. हमारे ऊपर अब इंद्र भगवान की भी मेहरबानी और सूर्य देवता की भी मेहरबानी है. इसलिए सौर ऊर्जा को अपनाकर ऊर्जा विकास का मॉडल अपनाया. हम सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन में देश में नंबर एक है. प्रधानमंत्री कुसुम ऊर्जा योजना के तहत 2272 मेगा वाट बिजली उत्पादन होगा. प्रदेश के 22 जिलों में हमने किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराना शुरू कर दिया.