जयपुर: कांवटिया अस्पताल प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है. आंदोलनरत रेजीडेंट्स ने बड़े डॉक्टर्स के खिलाफ मोर्चा खोला है. प्रकरण में अब तक एक SR व तीन रेजीडेंट पर गाज गिर चुकी है.
कार्रवाई के खिलाफ दो दिन से रेजीडेंट कार्य बहिष्कार कर रहे हैं. आंदोलन के दौरान जार्ड ने अनिवार्य "एनपीए" की मांग उठाई है. रेजीडेंट ने कहा कि यदि मेडिकल फैकल्टी में "एनपीए" लागू होगा है तो सभी बड़े डॉक्टर्स की घर पर निजी प्रेक्टिस पूरी तरह से बन्द होगी.
सभी फैकल्टी मैम्बर्स अस्पताल की व्यवस्थाओं पर पूरा ध्यान देंगे. रेजीडेंट्स ने कांवटिया अस्पताल प्रकरण को लेकर भी अहम सवाल उठाए है. सवाल ये कि क्या अस्पताल में इमरजेंसी रेजीडेंट्स के भरोसे ही चल रही थी? जिस वक्त घटना हुई, तब फैकल्टी मैम्बर या वरिष्ठ चिकित्सक क्यों नहीं थे.
#Jaipur: आंदोलनरत रेजीडेंट्स ने खोला बड़े डॉक्टर्स के खिलाफ मोर्चा
— First India News (@1stIndiaNews) April 10, 2024
कांवटिया अस्पताल में खुले में महिला के प्रसव से जुड़ी बड़ी खबर, प्रकरण में अब तक एक SR व तीन रेजीडेंट पर गिर चुकी गाज...#RajasthanWithFirstIndia @RajGovOfficial @ml_vikas pic.twitter.com/wm245VD1bm