जयपुर: प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर करने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है, विभाग ने 6 साल के बाद फिर से लोक परिवहन बस सेवा के लिए परमिट देने का फैसला किया है.
प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन की स्थिति ज़्यादा अच्छी नहीं नहीं है, प्रदेश में अभी भी काफ़ी ग्रामीण इलाक़ों में बस सेवा उपलब्ध नहीं है इस कारण लोगों को मजबूरन डग्गेमार वाहनों में सफ़र करना पड़ रहा है, अब सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभाग ने बड़ा फैसला लिया है, परिवहन विभाग ने 6 साल के लंबे समय के बाद लोक परिवहन बस सेवा के लिए परमिट जारी करने का फैसला लिया है, यह परमिट प्रदेश के अलग अलग जिलों में दिए जाएंगे, विभाग ने लोक परिवहन बस सेवा के लिए 2 हज़ार परमिट जारी रखने का स्कोप रखा है, 2019 में आख़िरी बार विभाग ने लोक परिवहन बसों को परमिट जारी किए थे, काफ़ी समय से बस संचालक और बस ऑपरेटर परमिट खोले जाने की माँग कर रहे थे, जिसके बाद विभाग ने पूरा सर्वे करने के बाद परमिट खोले हैं.
परिवहन विभाग की ओर से लोक परिवहन बस सेवा के परमिट शुरू करने का बस ऑपरेटरों ने स्वागत किया है , बस ऑपरेटरों का कहना है कि परिवहन विभाग के इस फैसले से राज्य के स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर को जीवन दान मिला है , नए परमिट जारी होने से 2000 नई बसों का संचालन होगा इससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं विभाग को एक बस से 30 से 35 हज़ार का टैक्स मिलेगा , इससे विभाग को और सरकार को राजस्व मिलेगा, वहीं लोक परिवहन बस सेवा को परमिट दिए जाने का रोडवेज के संगठनों ने कड़ा विरोध किया है , रोडवेज के कर्मचारी संगठनों का कहना है कि परिवहन विभाग के इस फैसले से रोडवेज को नुकसान होगा, लंबे समय के बाद रोडवेज की बसें अच्छी स्तिथि में आई है लेकिन लोक परिवहन बस सेवा की बसें आने से फिर रोडवेज को नुकसान होगा.