सदन में “तीसरी आँख” पर हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने कहा निजता का हनन किया जा रहा, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी विधायकों की ओर एक्स्ट्रा कैमरे लगाने के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हो गया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई. मामला बढ़ने पर कांग्रेस विधायक बेल में आकर नारेबाजी करने लगे. वही भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने एक्स्ट्रा कैमरे लगाने के फैसले का स्वागत किया. इस बीच मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग की टिप्पणियों से हंगामा बरपा.

राजस्थान विधानसभा में आज सनसनीखेज खुलासा हुआ. नेता प्रतिपक्ष जूली ने आरोप लगाया कि विपक्ष को टारगेट करने के लिए उनके ऊपर अतिरिक्त कैमरे लगाए गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष की निजता का हनन कर रही है और केवल उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. जूली ने कहा कि “यदि सब कुछ यूट्यूब पर लाइव हो रहा है तो विपक्षी विधायकों पर एक्स्ट्रा कैमरे लगाने की जरूरत कहां है.” उन्होंने इसे विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश बताया. वहीं, कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने भी अतिरिक्त कैमरों का विरोध करते हुए कहा कि विधानसभा में कैमरे किसकी अनुमति से लगाए गए हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि बिना स्पीकर की अनुमति के सचिवालय ऐसा नहीं कर सकता. पारीक ने इसे विधायकों की निष्ठा पर आघात बताते हुए कैमरे हटाने की मांग की.

इस पर सरकार की तरफ़ से संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने एक्स्ट्रा कैमरे की जानकारी होने से इनकार किया और कहा कि विधानसभा में कोई भी काम यहाँ का सचिवालय करता है. पटेल ने मामले को शांत करने का प्रयास किया लेकिन सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने ऐसा बयान दे दिया कि फिर आखिर तक हंगामा नहीं रुका. गर्ग में कहा कि सदन कोई बेडरूम या बाथरूम नहीं है. यहां सभी ओपन बैठते हैं, ऐसे में कैमरे लगाने से निजता का हनन नहीं होता. विपक्ष ने गर्ग के बयान पर आपति जताई और वेल में हंगामा करते रहे. हंगामे के बीच ही सदन चलता रहा.

विपक्ष का आरोप है कि पिछले सत्र में गोविन्द सिंह डोटासरा वाले विवाद के बाद सदन के भीतर विपक्षी सदस्यों की तरफ़ एक्स्ट्रा कैमरे लगाए गए है और सदन की कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में भी कांग्रेसी विधायकों की हलचल व बातचीत को रिकॉर्ड किया जाता है.