जयपुरः बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रचार करने के लिए राजस्थान के नेता बिहार जाकर मोर्चा संभालने लग गए है . इसके लिए पार्टी ने जातीय और क्षेत्रीय समीकरण के लिहाज से टीमें गठित कर दी है. इतना ही नहीं प्रदेश भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं की टोली बिहार पहुंच चुकी है, जो प्रवासी राजस्थानियों को पार्टी के पक्ष में साधने का काम करेगी.
विधानसभा के चुनाव भले ही बिहार में होने हो, लेकिन तैयारी राजस्थान में भी हो रही है. एक तरफ जहां बीजेपी बिहारी मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने की कवायद में जुटी है. वहीं दूसरी ओर बिहार चुनाव के मद्देनजर प्रदेश से भाजपा नेताओं की टीम में भी रवाना होने लगी है. जातीय और क्षेत्रीय समीकरण के लिहाज से बीजेपी ने अलग-अलग नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है. इतना ही नहीं प्रदेश भाजपा की 19 सदस्य महिला कार्यकर्ताओं की टोली बिहार पहुंच चुकी है, जो प्रवासी राजस्थानियों को पार्टी के पक्ष में साधने का काम करेगी.
ये टोली गई बिहार - - महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री राधा भारद्वाज- महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता पिंकी मंडावत- महिला मोर्चा प्रदेश कार्यालय सह प्रभारी मीना बनर्जी - महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री मंजू मेघवाल - पूर्व बीजेपी प्रदेश मंत्री मधु कुमावत - विद्या वैष्णव, मंजू कुल्हारी, अनुश्री पूनिया, शीला बिश्नोई, उषा गहलोत,- संगीता सोलंकी,अनीता कटारा, कोमल गहलोत, शिवांगी शिखरवाल- सुषमा वर्मा, ज्योति कंवर, रिंकू कंवर, गायत्री शर्मा, नूपुर मालवा के नाम शामिल है.
मतदाता' और 'समर्थक'- बता दें कि "बिहार में कुछ लोग मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो राजस्थान में बस गए है. बीजेपी की कोशिश है कि अभियान के इन्हे पार्टी से जोड़ा जाये. बीजेपी उन्हें प्रोत्साहित कर रही हैं कि वे अपने परिवार के सदस्यों को पार्टी का समर्थन करे. " राजस्थान में, पार्टी ने पहले 6 जिलों में इस अभियान को शुरू किया था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश के बाद सभी जिलों में इस अभियान को लागू किया. जहां बिहार से आए प्रवासी रहते हैं. एक अनुमान के अनुसार, राजस्थान में लगभग 6,00,000 बिहारी निवासी हैं. स्थानीय भाजपा इकाइयाँ विभिन्न जिलों जिलों में बिहारी प्रवासियों का डेटा एकत्र करने और उसका मानचित्र करने में व्यस्त हैं, जिसे भाजपा के आंतरिक 'सरल' ऐप पर डाला जा रहा है