टोंक में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, भारी बारिश के चलते बिगड़े हालात, दर्जनों गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी, जिले में शनिवार को स्कूलों में अवकाश

टोंक: राजस्थान के टोंक जिले में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा है. टोंक तहसील क्षेत्र में बीते 9 घंटों में 5 इंच से भी ज्यादा बारिश दर्ज की गई. पीपलू में 80MM, नासिरदा में 125MM, मालपुरा तहसील में 115 MM बारिश हुई. निवाई में 11MM, टोड़ारायसिंह में 126MM बारिश दर्ज की गई. जिले में अभी तक बारिश का दौर जारी है. पीपलू, टोंक शहर, टोड़ारायसिंह, देवली और मालपुरा में बारिश से हालात बिगड़ गए. ज़िला प्रशासन लगातार हालातों पर नज़र बनाए हुए. ज़िला प्रशासन के अधिकारी फील्ड में व्यवस्थाओं की कमान संभाले हुए. जल भराव वाले इलाकों में पानी की निकासी के इंतज़ाम किए जा रहे.

सरकारी और निजी स्कूलों की छुट्टी के आदेश किए गए जारी:
टोंक जिले में सरकारी और निजी स्कूलों की छुट्टी के आदेश जारी किए गए. जिला कलेक्टर सौम्या झा ने आदेश जारी किए. जिले भर के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में 6 और 7 जुलाई के अवकाश के आदेश जारी किए.  हालांकि दोनों दिन विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों को उपस्थित रहना होगा. जिले में आज हुई बारिश के चलते कई स्थानों पर हालात बिगड़े हुए है. कई सरकार स्कूलों में बारिश का पानी भरा हुआ है. ऐसे में एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने फैसला लिया. 

टोंक में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट की चेतावनी :
मौसम विभाग की टोंक में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट की चेतावनी जारी की गई. जिला कलेक्टर सौम्या झा ने आदेश जारी किए. जिले में पदस्थापित अधिकारियों के अवकाश निरस्त किए गए. बिना अनुमति के जिला मुख्यालय अधिकारी नहीं छोड़ेंगे. जिले में बारिश से बिगड़ते हालातों को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है. राहत और बचाव कार्यों को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए.

टोंक के दर्जनों गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी:
टोंक के दर्जनों गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया. टोंक में बारिश के बाद बिगड़े हालातों को लेकर कलेक्टर सौम्या झा ने अपील की है. बारिश और जल भराव के दौरान घरों और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है. जिला प्रशासन ने अत्यधिक बारिश वाले स्थानों को चिन्हित कर हाई अलर्ट भी जारी किया है. नानेर, इब्राहिमपुरा, ज्वाली, कुरेडी, ढूढ़िया, देवरी, भावलपुर केरवालिया, बालापुरा, हालोलाव, कलमंडा, बालापुरा, बाहेड़ा, महाराज कंवरपुरा सहित कई गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया. बाढ़ और राहत-बचाव कार्यों के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया. कलेक्टर खुद जल भराव, अति वर्षा वाले स्थानों की मॉनिटरिंग कर रही. राहत और बचाव कार्यों को लेकर दिशा निर्देश भी लगातार दे रही है.