इस बार बीकानेर में मूंगफली की शानदार आवक, अन्नदाता को इंतज़ार, कब शुरू होगी सरकारी खरीद

बीकानेर: मंडियों में मूंगफली की आवक शानदार, लेकिन सरकारी खरीद न होने से किसान परेशान है वही मंडी में व्यापारियों की मनमानी से भी अन्नदाता खुश नहीं एक. अन्नदाता की माँग सरकारी खरीद जल्द शुरू हो. 

बीकानेर जिले में इस साल मूंगफली की शानदार आवक देखने को मिल रही है, जो पिछले कुछ वर्षों से घटते उत्पादन के बाद एक सुखद संकेत है. हालांकि, किसानों के लिए यह खुशखबरी अधूरी साबित हो रही है क्योंकि सरकार ने अभी तक सरकारी मूल्य पर मूंगफली की खरीद शुरू नहीं की है. ऐसे में किसान को मंडियों  में अपनी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है . ठेकेदारों की मनमानी का सामना कर रहे हैं, जिससे उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. अच्छी फसल को भी ख़राब बताकर कम पैसे दिए जा रहे है 

आंकड़ों पर नज़र डालें तो इस बार उम्मीद की जा रही है कि पिछली बार की तुलना में तक़रीबन25 प्रतिशत अधिक मूंगफली की पैदावार होगी ग़ौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में मूंगफली की पैदावार घटी थी आइए डालते हैं आंकड़ों पर एक नज़र

अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक - 22 लाख 102 क्विंटल  
अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक - 18 लाख 57 हज़ार क्विंटल 
अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक - 15 लाख 14 हज़ार  क्विंटल 
 अप्रैल 2024 से सितंबर 2024 तक - 14 लाख 6 हजार क्विंटल 

इस साल सितंबर तक ही मूंगफली की बम्पर आवक हुई किसानों का कहना है कि उन्होंने इस साल अच्छी फसल का उत्पादन किया है और उन्हें उम्मीद थी कि सरकारी खरीद शुरू होने से उन्हें उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा. लेकिन अभी तक सरकारी खरीद केंद्र नहीं खुले हैं, जिससे किसान मजबूर होकर ठेकेदारों के सामने अपनी फसल बेचने को विवश हो रहे हैं. ठेकेदार कम कीमतों पर मूंगफली खरीद रहे हैं, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है. खाजूवाला के विधायक, डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सरकार से मांग की है कि मूंगफली की सरकारी खरीद जल्द से जल्द शुरू की जाए, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके. किसानों का कहना है कि अगर सरकारी खरीद जल्द शुरू नहीं हुई तो उन्हें अपनी मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा. कृषि विभाग और सरकार से उनकी उम्मीद है कि वे इस मुद्दे पर तुरंत कदम उठाएंगे और मंडियों में सरकारी खरीद केंद्र स्थापित करेंगे ताकि किसानों को राहत मिल सके. 

पूरे मामले में मंडी प्रशासन का कहना है कि जो शिकायतें मिल रही हैं उनका कप्तान करवाया जा रहा है सरकारी मूल्य पर मूंगफली ख़रीद का निर्णय सरकार का है उम्मीद है जल्द ही ऐसा हो पाएगा.