गुलाबी शहर जयपुर का 297वां का स्थापना दिवस आज, विद्या-विज्ञान-कला कौशल के त्रिवेणी संगम से उभरा है शहर

गुलाबी शहर जयपुर का 297वां का स्थापना दिवस आज, विद्या-विज्ञान-कला कौशल के त्रिवेणी संगम से उभरा है शहर

जयपुर : गुलाबी शहर जयपुर का आज 297वां का स्थापना दिवस है. 1727 में आज ही के दिन जयसिंह द्वितीय ने जयपुर की स्थापना की थी. विद्या-विज्ञान-कला कौशल के त्रिवेणी संगम से ये शहर उभरा है. 

जयपुर शहर हस्तशिल्पों के हुनर का ताना-बाना नयनाभिराम है.  कभी चारदीवारी तक सीमित रहने वाला शहर जयपुर तेजी से फैल रहा है.  3 ओर अरावली पहाड़ियों के बीच भव्य परकोटे में बसा जयपुर शहर है. स्थापना के समय महज 38 हजार की आबादी शहर में रहती थी. 

और फल फूलते जयपुर में अब करीब 40 लाख से पार आबादी रहती है. जयपुर का परकोटा 2019 से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में है. वास्तुकार-स्थापत्य-मर्मज्ञ भी संसार के सर्वसुंदर शहरों में जयपुर शुमार है. 1971 में 76 वर्ग किमी में फैला जयपुर आज 3000 वर्ग किमी में फैला है. 

आज जयपुर शहर आधुनिकता की ओर दिन रात आगे बढ़ रहा है. आइए पुरखों द्वारा सौंपे सुंदर शहर की शान में चार चांद लगाएं. भारत का पेरिस कहे जाने वाले जयपुर शहर को सहेजकर रखना चुनौती है.