जयपुर : कल नवरात्रि छठ पूजा पर जयपुरवासियों का टाइगर सफारी का इंतजार समाप्त होने जा रहा है. मां शक्ति की सवारी माने जाने वाले बाघ के अब नाहरगढ़ टाइगर सफारी में भी दीदार हो सकेंगे. केप्टिविटी में यह राजस्थान की पहली टाइगर सफारी है, जिसका उद्घाटन कल सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे.
इस दौरान नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा, वन एवं पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख अरिजीत बनर्जी, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पवन उपाध्याय, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) राजेश गुप्ता, मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) टी मोहन राज, उपवन संरक्षक (वन्य जीव) जगदीश गुप्ता मौजूद रहेंगे. सफारी की तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है.
अब कल सुबह 11:00 बजे उद्घाटन के साथ ही चार पर्यटक वाहनों से पर्यटक इस 32 हेक्टेयर की टाइगर सफारी में बाघों के दीदार कर सकेंगे. टाइगर सफारी में शुरुआत में पुणे से लाई गई बाघिन भक्ति को छोड़ा जाएगा. टाइगर सफारी में 10 शेल्टर बनाए गए हैं, जिनमें फिलहाल बाघिन भक्ति, चमेली और बाघ गुलाब को रखा गया है. कुछ समय बाद गुलाब और चमेली को भी एक साथ टाइगर सफारी में रिलीज करने की योजना है. टाइगर सफारी में 8 के आकार के दो सफारी ट्रैक बनाए गए हैं, जिनमें कांच और लोहे की मजबूत जाल से बने 20 सीटर चार वाहनों में पर्यटक रहेंगे.
जबकि बाघ-बाघिन को खुले में छोड़ा जाएगा. सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक जितनी भी बुकिंग आएगी उसके आधार पर सफारी वाहनों का संचालन होगा. मुख्य वन्य जीव प्रतिपादक पवन उपाध्याय ने बताया कि रणथंभौर और सरिस्का में पर्यटकों को खुले में बाघ देखने के लिए काफी लंबा सफर भी तय करना पड़ता है.. और काफी पैसा भी खर्च करना पड़ता है. यहां 1 घंटे की सफारी में महज ₹200 प्रति पर्यटक किराया रखा गया है.