नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश भाजपा में ऐसा लग रहा है जैसे सचमुच शीत युद्ध शुरू हो चुका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के खेमों के बीच शीत युद्ध हो रहा है.
31 जुलाई को विधानसभा में योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश नजूल भूमि विधेयक 2024 पारित करवाया था. और कल यूपी विधान परिषद में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और कुछ दूसरे लोगों ने इस बिल का समर्थन नहीं किया और बिल संशोधनों के लिए प्रवर समिति के पास चला गया.
केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी X पर पोस्ट कर विधेयक का विरोध जताया है. अलबत्ता दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मुख्यमंत्री खेमे से दूर जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने भी दोनों को चुनाव संचालन समिति से बाहर किया है. इसी बीच कल विधानसभा में योगी के भाषण में भी तीखे तेवर दिखे. आखिर क्या होगा इस शीत युद्ध का अंतिम परिणाम ?
क्योंकि खुद योगी भी अपने मिजाज और अंदाज के आदमी हैं. अब इस स्टेज पर एक अहम सवाल उठता है आखिर किस खेमे के साथ भाजपा आलाकमान की सहानुभूति है.