अंता उप चुनाव की जंग, बीजेपी ने चला ओबीसी कार्ड... मोरपाल सुमन को टिकट, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राजस्थान के अंता में चुनावी रणभेरी बज चुकी है. कमल के निशान पर मोरपाल सुमन को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने जातीय गणित के मद्देनजर मोरपाल को चुना. बीजेपी का सोशल इंजीनियरिंग यहां साफ है एक लाख से अधिक ओबीसी वोटों का गणित. माली मतदाताओं की बहुलता के कारण बीजेपी ने मोरपाल सुमन पर दांव चला. स्थानीय उम्मीदवार इसलिए चुना जिससे स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा नहीं पनप पाए.

मोरपाल सुमन को ही बीजेपी ने क्यों अंता से उम्मीदवार बनाया. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है सामाजिक राजनीति. माली सैनी समाज की बहुतायत यहां मोरपाल के पक्ष में बड़ा कारण रहा. बीजेपी ने तय कर रखा था कि माली वर्ग के चेहरे को ही चुनावी समर में उतारना है इनमें मोरपाल सुमन, नन्द लाल सुमन और प्रभुलाल सैनी रेस में थे. लंबी जद्दोजहद के बाद मोरपाल सुमन के नाम पर मुहर लगी. टिकट चयन के पीछे कई तथ्य रहे.

-- मोरपाल सुमन ही क्यों --
-माली वोट अंता में निर्णायक 
-अंता क्षेत्र में माली वर्ग से प्रभुलाल सैनी विधायक रह चुके
- ओबीसी फैक्टर के तहत बीजेपी को उम्मीद है माली के साथ साथ धाकड़ ,गुर्जर,सुनार, तेली, नाई अन्य ओबीसी-MBC,मूल ओबीसी वोट एक साथ आएंगे
- इन वोटों की संख्या एक लाख से अधिक है
- अगर माली को नहीं देते तो बीजेपी के सामने गहलोत फैक्टर समस्या पैदा कर सकता था
- क्योंकि माली चेहरा नहीं उतारते तो अशोक गहलोत अपने समाज के वोटो का रुख मोड़ सकते थे प्रमोद जैन भाया के पक्ष में
- बीजेपी को ये भी लगता है कि कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक कहे जाने वाले SC - ST -  मुस्लिम वोटो में नरेश मीणा सेंध लगा सकता है
-SC ST मुस्लिम वोट भी एक लाख से अधिक
- सेंध लगी तो बीजेपी को सीधे लाभ की उम्मीद 

मोरपाल सुमन वर्तमान में बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं. मोरपाल दिसंबर 2021 में हुए पंचायत राज चुनाव में जीत हासिल की और जनवरी 2022 में प्रधान का पद संभाला. उनकी पत्नी नटी बाई भी वर्तमान में सरपंच के रूप में कार्यरत हैं. मोरपाल सुमन माली समाज से आते हैं, जिसकी अंता क्षेत्र में अच्छी-खासी आबादी और राजनीतिक प्रभाव है. बीजेपी ने उनकी स्थानीय पहचान, जमीन से जुड़ाव और साफ-सुथरी छवि को देखते हुए उन्हें टिकट दिया है. सीएम भजन लाल शर्मा और मदन राठौड़ के खाते में बीते उपचुनावों की सफलता का इतिहास है. प्रमोद जैन भाया के तिलिस्म को तोड़ने के लिए भजन लाल शर्मा के थिंक टैंक अंता पहुंच चुके है. उल्लेखनीय है कि त्रिकोणीय जंग में बीजेपी ने देवली उनियारा को फतह किया था वहां भी नरेश मीणा फैक्टर ने बीजेपी की राह आसान की थी.अब अंता की बारी