VIDEO: बीसलपुर बांध से रबी की सिंचाई के लिए मिलेगा पानी, जल वितरण समिति की 10 दिसंबर की बैठक में होगा निर्णय, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : बीसलपुर बांध के लगातार दूसरे साल लबालब होने के चलते किसानों को सिंचाई पानी देने की शुरुआत जल्द होगी. जल वितरण समिति की 10 दिसंबर को आयोजित बैठक में तारीख तय होगी और टोंक जिले के ढाई लाख किसान परिवारों के खेतों तक पानी पहुंचेगा. कितने हेक्टेयर और कितने गांवों को मिलेगा पानी.

बीसलपुर बांध के लबालब होते ही तय हो जाता है कि टोंक जिले के 81 हजार 800 हेक्टेयर में बांध से रबी सिंचाई का पानी दिया जाएगा. सुखद है कि टोंक जिले के किसानों को लगातार दूसरे साल सिंचाई का पानी मिल सकेगा. उधर, 22 साल में 16वीं बार सिंचाई का पानी दिया जाएगा. फर्क सिर्फ इतना रहेगा कि पिछले साल नवंबर में पानी मिला था और इस बार दिसंबर में शुरुआत होगी.

-बीसलपुर बांध से सिंचाई के पानी की तैयारी
-22 साल में 16वीं बार दिया जाएगा किसानों को सिंचाई का पानी
-बांध की राइट और लेफ्ट कैनाल से छोड़ा जाएगा पानी
- राइट कैनाल से रोजाना 765 क्यूसेक पानी दिया जा सकेगा
 -लैफ्ट कैनाल से रोजाना 110 क्यूसेक पानी दिया जा सकेगा
-किसानों को 31 मार्च तक पानी देने की रहेगी व्यवस्था 
-टोंक जिले की देवली, उनियारा, टोडारायसिंह और टोंक तहसील को मिलेगा पानी
-256 गांवों के ढाई लाख परिवारों को मिलेगा सिंचाई का पानी

बीसलपुर बांध से टोंक जिले के 256 गांवों के ढाई लाख परिवारों को सिंचाई का पानी मिलता रहा है. जल संसाधन विभाग की मानें तो राइट कैनाल से 765 क्यूसेक और लैफ्ट कैनाल से फुल क्षमता के साथ 110 क्यूसेक पानी दिया जा सकेगा. सिंचाई का पानी 31 मार्च तक देने की तैयारी हो चुकी है.

बीसलपुर से पेयजल आपूर्ति के लिए 16.2 टीएमसी पानी आरक्षित है और जब बांध लबालब होता है तो आठ टीएमसी पानी सिंचाई के लिए भी दिया जाता है. इस बार खेतों में पानी भरने के चलते सिंचाई का पानी देरी से दिया जा रहा है. लेकिन किसानों का मानना है कि सिंचाई का पानी मिलने के बाद गेहूं की फसल बेहतर रहेगी.