जयपुर: जयपुर ने क्रिकेट के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की मेजबानी की है, लेकिन इस बार गुलाबी नगरी असाधारण क्रिकेटर्स के बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने जा रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं दिव्यांग क्रिकेटर्स की. शारीरिक बाधाओं का सामना करने वाले देश भर के ये असाधारण क्रिकेटर्स जयपुर की प्रसिद्ध जयपुरिया क्रिकेट अकादमी में 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक प्रतिष्ठित फिजिकली डिसेबल्ड चैलेंजर टूर्नामेंट में अपना दम दिखाएंगे. चार दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के माध्यम से वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक मजबूत टीम का चयन होगा.
फिजिकली डिसेबल्ड चैलेंजर टूर्नामेंट 2024 की करेगा मेजबानी:
राजस्थान डिसेबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन पैट्रोलियम स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग से जयपुर की जयपुरिया क्रिकेट अकादमी में 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक प्रतिष्ठित फिजिकली डिसेबल्ड चैलेंजर टूर्नामेंट 2024 की मेजबानी करेगा. राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहयोग से हो रहे इस नेशनल लेवल के टूर्नामेंट में देश भर के 56 शीर्ष दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जो 20 सदस्यीय इंडियन नेशनल फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीम में जगह बनाने के लिए लड़ेंगे. चयनित टीम 14 जनवरी, 2025 से श्रीलंका में आयोजित होने वाली बहुप्रतीक्षित फोर नेशंस क्वाड्रीलेटरल सीरीज़ में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी, जिसमें भारत, यूके, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें शामिल होंगी. राजस्थान डिसेबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रवि चौहान ने बताया यह टूर्नामेंट राष्ट्रीय टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चयन करने में एक महत्वपूर्ण कदम है.
दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट एक महत्वपूर्ण कदम:
जयपुर में दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि समाज में उनके प्रति सशक्त दृष्टिकोण को भी बढ़ावा देता है. इस टूर्नामेंट का उद्देश्य दिव्यांग खिलाड़ियों को उनकी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन करने का अवसर देना और उन्हें समाज में समान सम्मान दिलाना है. क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल के माध्यम से ये खिलाड़ी अपनी ताकत और आत्मविश्वास को साबित करते हैं, जो अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है. यह टूर्नामेंट दिव्यांग खिलाड़ियों को अपनी सीमाओं को चुनौती देने और अपने सपनों को पूरा करने का एक बेहतरीन मौका देता है. यहां पर खेल कौशल, टीमवर्क और मानसिक दृढ़ता की अहम भूमिका होती है. दिव्यांग खिलाड़ियों का क्रिकेट खेलना यह संदेश देता है कि कोई भी शारीरिक कमी इंसान की आत्मविश्वास और प्रतिबद्धता को रोक नहीं सकती.
भारत की दिव्यांग क्रिकेट टीम को मजबूत करने में जुटे:
इन टूर्नामेंट्स का आयोजन न सिर्फ दिव्यांग खिलाड़ियों को उत्साहित करता है, बल्कि पूरे देश में समावेशी खेल संस्कृति को बढ़ावा देता है. यह हमें यह भी याद दिलाता है कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिलने चाहिए, और कोई भी व्यक्ति अपनी चुनौतियों के बावजूद महानता प्राप्त कर सकता है. राजस्थान के पूर्व रणजी कप्तान रोहित झालानी भारत की दिव्यांग क्रिकेट टीम को मजबूत करने में जुटे हैं. झालानी ने कहा कि हम वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक मजबूत टीम बनाने के लिए आश्वस्त हैं. यह टूर्नामेंट देशभर से चिन्हित 56 डिफ्रेंट्ली अबलेड क्रिकेटर्स के लिए एक मौका है इंडियन नेशनल फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीम में टॉप 20 में अपनी जगह बनाने का. हम इस टूर्नामेंट के माध्यम से हम इन सभी असाधारण क्रिकेटर्स में एक आत्मविश्ह्वास जगाना चाहते है जिस से वह सोसाइटी में अपना नाम रोशन कर सके.
इन असाधारण खिलाड़ियों का स्वागत:
राजस्थान डिसेबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन (आरडीसीए) की अध्यक्ष, ज्योत्सना चौधरी ने कहा कि हम जयपुर में विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले इन असाधारण खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए रोमांचित हैं. यह टूर्नामेंट प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और खेल भावना का एक रोमांचक प्रदर्शन होने का वादा करता है. 4 दिवसीय इस क्रिकेट टूर्नामेंट में 6 लीग मैच के साथ एक फाइनल मैच खेला जाएगा. टी-20 टूर्नामेंट के रूप में यह मैच 4 टीम्स - इंडिया सीनियर्स, इंडिया ए, इंडिया बी और इंडिया सी के बीच खेले जाएंगे जहां हर टीम 3-3 मैच खेलेगी. प्रतिदिन 2 मैच खेले जाएंगे और 3 दिसंबर को फाइनल मैच होगा.