भारत ने सिंधु जल संधि को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. देश की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि संधि को रद्द करने का फैसला बरकरार रखा जाएगा, लेकिन राष्ट्रीय हितों और जल सुरक्षा के मुद्दे पर कोई भी लाप