जयपुर: ACB ट्रैप के बाद JDC मंजू राजपाल का बड़ा एक्शन लिया है. मामले में आरोपी 7 कार्मिकों को निलंबित किया है. साथ ही जोन उपायुक्त गुलाबचंद को भी निलंबित किया. मामले की जिम्मेदारी मानते हुए निलंबित किया.जेडीए प्रशासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक उपायुक्त सेवा गुलाबचंद,प्रति नियुक्ति पर लगे नायब तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता, पटवारी श्रीराम शर्मा, कनिष्ठ अभियंता खेमराम मीणा, प्रतिनियुक्ति पर लगे भू-अभिलेख निरीक्षक रविकांत शर्मा, भू-अभिलेख निरीक्षक रूक्मणी कुमारी और पटवारी विमला मीणा निलंबित किया गया. निलंबन काल के दौरान निलंबित किए गए अधिकारी/कर्मचारी उपस्थिति अपने पैतृक विभाग में देंगे.
JDC मंजू राजपाल का ताबड़तोड़ एक्शन:
ACB ट्रैप के बाद JDC मंजू राजपाल ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. JDA के सभी जोन में लगे कनिष्ठ अभियंताओं को हटाया गया. इन अभियंताओं को निदेशक अभियांत्रिकी प्रथम के यहां हाजिरी देनी होगी. इन सभी अभियंताओं को बाद में नए सिरे से लगाया जाएगा. इसी तरह सभी जोन में लगे कनिष्ठ लेखाकार और सहायक लेखा अधिकारियों को भी हटाया गया. यह लेखाकर्मी निदेशक वित्त के यहां हाजिरी देंगे. इन्हें भी बाद में नए सिरे नियुक्ति दी जाएगी. जेडीए के इतिहास में संभवत ऐसा पहली बार जब सभी जोन के कनिष्ठ अभियंता और लेखा कर्मियों को हटा दिया गया.
7 घूसखोरों को रंगे हाथों रिश्वत लेते दबोचा :
आपको बता दें कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को पहली बार जयपुर विकास प्राधिकरण में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए साथ 7 घूसखोरों को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए दबोच लिया. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम में यह कार्रवाई जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन 9 में की कार्रवाई के दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता, पटवारी रविकांत शर्मा विमला मीणा, गिरदावर श्रीराम शर्मा,रुक्मिणी देवी, JEN खेमराज मीणा और पटवारी विमला मीणा के पति महेश मीणा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. रिश्वत की यह राशि परिवादी से उसकी जमीन का भूमि रूपांतरण करने की एवज में मांगी गई थी.