चितौड़गढ़ः कपासन में घने कोहरे और शीतलहर ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, अफीम की फसल के लिए यह समय नुकसानदायक हो सकता है. कोहरे और शीतलहर के चलते अफीम की फ्लावरिंग से पहले पत्तियां मुरझा सकती है.
कृषि विभाग ने इस स्थिति से निपटने के लिए किसानों को पाले से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है. विभाग ने गंधक और थायो यूरिया का छिड़काव, खेतों के किनारों पर धुआं करने फसलों को ढकने, वायुरोधक पेड़ लगाने और हल्की सिंचाई करने की भी सिफारिश की है.
इन उपायों से किसानों को शीतलहर से बचाव में मदद मिल सकती है. मौसम के बदलाव के कारण खेतों में फसल सुरक्षा को लेकर किसानों में चिंता का माहौल है.
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— First India News (@1stIndiaNews) January 12, 2025
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