ओम बिरला ने किया इमरजेंसी का जिक्र, कहा-आपातकाल का इतिहास काला धब्बा, कांग्रेस ने संविधान की भावना को कुचला

नई दिल्ली: लोकसभा में आपातकाल की निंदा की गई. स्पीकर ओम बिरला ने आपातकाल की निंदा की. ओम बिरला ने इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि  आपातकाल का इतिहास काला धब्बा है. बिरला ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान की भावना को कुचला. बिरला ने कहा कि देश को जेलखाना बना दिया गया था. देश में तानाशाही थोपी गई थी. लोगों ने कुनीतियों का प्रहार झेला था. आज लोकसभा में आपातकाल पर पेश किए गए प्रस्ताव पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह सदन 1975 में देश में आपातकाल(इमरजेंसी) लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है. इसके साथ ही हम, उन सभी लोगों की संकल्पशक्ति की सराहना करते हैं, जिन्होंने इमरजेंसी का पुरजोर विरोध किया, अभूतपूर्व संघर्ष किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा का दायित्व निभाया. आपको बता दें कि आज 18 वीं लोकसभा के पहले सत्र का तीसरा दिन है. आज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला चुने गए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई दी.  

विपक्ष जनता की आवाज है:
ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर चुने जाने के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको दूसरी बार चुने जाने के लिए बधाई देना चाहता हूं. मैं आपको पूरे विपक्ष और INDIA गठबंधन की तरफ से बधाई देना चाहता हूं. यह सदन भारत के लोगों की आवाज़ का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज़ के अंतिम निर्णायक हैं. सरकार के पास राजनीतिक शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज़ का प्रतिनिधित्व करता है और इस बार विपक्ष ने पिछली बार की तुलना में भारतीय लोगों की आवाज़ का अधिक प्रतिनिधित्व किया है. विपक्ष आपके काम करने में आपकी सहायता करना चाहेगा. हम चाहते हैं कि सदन अक्सर और अच्छी तरह से चले. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि विश्वास के आधार पर सहयोग हो. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि विपक्ष की आवाज़ को इस सदन में प्रतिनिधित्व दिया जाए.

निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी:
अखिलेश यादव ने ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर चुने जाने पर बधाई देते हुए कहा कि जिस पद पर आप बैठे हैं. इससे बहुत गौरवशली परंपरा जुड़ी है. आप हर सांसद और दल को बराबरी का मौका और सम्मान देंगे. निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है.

ओम बिरला को मिला दूसरी बार बड़ा दायित्व:
आपको बता दें कि ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए है. ध्वनि मत से ओम बिरला स्पीकर चुने गए. पीएम मोदी ने बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था जिस पर मिले समर्थन के बाद बिरला एक बार फिर से लोकसभा स्पीकर के रूप में चुने गए है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा में ऐतिहासिक फैसले लिए गए. आपकी अध्यक्षता में कई महत्वपूर्ण कानून पारित हुए. दूसरी बार स्पीकर बनने पर ओम बिरला को बधाई. पूरे सदन की ओर से ओम बिरला को शुभकामनाएं. आपने सदन के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. लोकसभा में हम डिजिटल व्यवस्था से काम कर रहे. संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है. आपने कोरोना काल में भी सांसदों का हाल पूछा. आपने हर सांसद की व्यक्तिगत चिंता की. सदन का सौभाग्य बिरला जी दूसरी बार स्पीकर बने है. ओम बिरला को दूसरी बार बड़ा दायित्व मिला है. आपकी मुस्कान पूरे सदन को प्रसन्न रखती है. ओम बिरला जीतकर आए, इतिहास बनाया है. सदन के लगभग सभी सांसद आपसे परिचित है. युवा सांसद आपसे बहुत कुछ सीख सकेंगे. आपने स्वस्थ मां और शिशु अभियान चलाया. 

आसन तक साथ लेकर गए मोदी और राहुल:
लोकसभा के अध्यक्ष चुने जाने के बाद भाजपा सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी उनके साथ आसन तक पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी ने ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर बनने पर बधाई दी.
ध्वनि मत से ओम बिरला स्पीकर चुने गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरला को बधाई दी. राहुल गांधी ने भी ओम बिरला को बधाई दी. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एनडीए की ओर से ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था. राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह समेत कई सांसदों ने प्रस्ताव का समर्थन किया.