VIDEO: कांग्रेस में बूथ लेवल एजेंट नियुक्ति प्रक्रिया, 200 विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक 169 में हुई नियुक्ति, देखिए ये रिपोर्ट

जयपुर: संगठन सृजन निर्माण अभियान के तहत राजस्थान कांग्रेस में बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति का काम जारी है.200 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक 169 सीटों पर बीएलए नियुक्ति का काम हो चुका है.लेकिन 31 विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक बूथ लेवल एजेंट की कम्पलीट नियुक्ति नहीं हुई है.बार-बार रिमाइंडर देने के बावजूद सूचियां नहीं भेजने पर आखिरकार प्रभारी रंधावा को मामले में दखल देना पड़ा.

संगठन सृजन अभियान के तहत राजस्थान कांग्रेस में नियुक्तियों का काम अंतिम चरण में अब पहुंच चुका है.फिलहाल बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति प्रक्रिया का सिलसिला जारी है. बीएलए नियुक्ति को लेकर राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने वार रुम में फीडबैक लिया.जिसमें यह सामने आया कि 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 169 विधानसभा क्षेत्रों में तो बीएलए नियुक्ति का काम पूरा हो चुका है, लेकिन 31 विधानसभा क्षेत्र में अभी तक इस दिशा में कम्पलीट वर्क नहीं हुआ है.बाकायदा प्रभारी रंधावा ने इन नेताओं को बुलाकर अभी तक लिस्ट नहीं भेजने का कारण पूछा.ऐसे में नेताओं ने अगले 5 दिन के भीतर शेष काम पूरा करने का वादा किया.

इन विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों और विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों को बार-बार रिमाइंडर भी  भेजा गया.लेकिन उसके बावजूद वो उदासीनता बरत रहे है.ऐसे में खुद प्रभारी रंधावा को मामले में दखलअंदाजी करनी पड़ी.खास बात है कि कईं दिग्गज विधायक और एआईसीसी पदाधिकारियों का नाम भी इस सूची में शामिल है.विधायक राजेंद्र पारीक,वीरेंद्र सिंह,हरीश चंद्र मीणा, विधाधर चौधरी,दानिश अबरार,धीरज गुर्जर,मुकेश भाकर,रामनिवास गावड़िया,रामलाल जाट और विश्वेन्द्र सिंह जैसे दिग्गजों ने अभी तक सूची नहीं भेजी है.वहीं अधिकतर नेता तो आज होने वाली बैठक से भी नदारद रहे.सूची नहीं भेजने का किसी ने यह कारण बताया कि विधानसभा चल रही थी तो किसी ने अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का दौरा करने का कारण गिनाया.

ताज्जुब की बात है कि बूथ मैनेजमेंट कांग्रेस का हमेशा से कमजोर रहा है.ऐसे में इस बार प्रदेश नेतृत्व बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति में गंभीरता से काम कर रहा है.लेकिन बार बार चेताने के बावजूद इन 31 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं ने सूचियां नहीं भेजी.जिसके चलते प्रभारी रंधावा को खुद मामले को हैंडल करना पड़ा.अब देखना है कि वादे के तहत 5 दिन के भीतर क्या नेताजी लिस्ट भेज देंगे.