SMS अस्पताल में भीषण आग, ICU में 6 मरीजों ने गंवाई जान, हाईलेवल जांच कमेटी गठित करने के निर्देश

SMS अस्पताल में भीषण आग, ICU में 6 मरीजों ने गंवाई जान, हाईलेवल जांच कमेटी गठित करने के निर्देश

जयपुर : SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के दर्दनाक हादसे में 5 पुरुष और 2 महिलाओं समेत 7 मरीजों ने अपनी जान गंवा दी है. घटनाक्रम में भीषण आग में जलने और दम घुटने से मरीजों की मौत हुई. इसके अलावा ICU और सेमी ICU में भर्ती कुल 18 मरीज दूसरी जगहों पर शिफ्ट किए गए हैं.

इन मरीजों में से 11 मरीज उस ICU में थे भर्ती जहां भीषण आग लगी. जबकि 13 मरीज नजदीक के सेमी ICU में ट्रीटमेंट ले रहे थे. इन मरीजों में से भी आधा दर्जन मरीजों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है. चिकित्सा शिक्षा सचिव अंबरीश कुमार, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ, कलेक्टर जितेन्द्र सोनी, SMS मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी अस्पताल में मौजूद हैं. 

इस पूरे घटनाक्रम में हाईलेवल जांच कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. कुछ ही देर में कमेटी गठित करने के आदेश जारी होंगे. घटना के बाद ICU में बड़ी संख्या में मरीज और परिजन मौजूद हैं. SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने जानकारी इस घटना को लेकर कहा कि घटना के वक्त वार्ड में 11 से 12 मरीज मौजूद थे. सभी मरीजों को वार्ड से शिफ्ट किया गया है. पहले फेज के 5-6 मरीजों को निकाला गया. 4-5 मरीजों को बर्न इंजरी हुई है.

घटनाक्रम को लेकर बेहद व्यथित नजर आ रहे CM भजनलाल शर्मा:
इस घटनाक्रम की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रात 3 बजे SMS अस्पताल पहुंचे. इससे पहले लगातार घटनाक्रम को लेकर अधिकारियों से  फीडबैक ले रहे थे. भजनलाल शर्मा घटनाक्रम को लेकर बेहद व्यथित नजर आए. 

अग्निकांड में SMS अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर:
इस अग्निकांड में SMS अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हो गई है. ICU धुआं-धुआं होता रहा लेकिन जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब 11:20 बजे के आसपास ICU में धुआं दिखने लगा था. इस बारे में परिजनों ने मौजूद स्टाफ और चिकित्सकों को सूचना दी. लेकिन इसके बावजूद तत्काल कोई एक्शन नहीं लिया गया. और देखते ही देखते आधे घंटे के भीतर आग ने विकराल रूप ले लिया और 11 मरीज फंस गए.  

हालांकि इस दौरान 3 से 4 मरीजों को बाहर निकाला गया. लेकिन फिर भी 6 से 7 मरीज आग की लपट और धुआं में फंस गए. संभवतया अंत में बड़ी जद्दोजहद में निकाले 6 से 7 मरीजों में से ही 6 ने जान गंवाई. इससे पहले भी SMS अस्पताल में  आग लगने की घटनाओं की बड़ी लापरवाही उजागर हो चुकी है.

आग लगने के कारणों का भी नहीं हो पाया है खुलासा:
ऐसे में पूरा अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में है. सबसे बड़ा सवाल ये कि ICU जैसी संवेदनशील जगह पर आग की जानकारी क्यों नहीं लग पाई? परिजनों के मुताबिक जब सूचना दे दी गई थी तो तत्काल कदम क्यों नहीं उठाए गए ?फिलहाल आग लगने के कारणों का भी खुलासा नहीं हो पाया है.