जयपुरः गरीबों ने रुचि नहीं दिखाई तो उनके मकानों का निर्माण नहीं करने का जयपुर विकास प्राधिकरण ने फैसला कर लिया है.आवंटियों से राशि नहीं मिलने के चलते जेडीए ने यह फैसला किया है.क्या है पूरा मामला.
मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत जेडीए ने करीब चार साल पहले अपनी भूमि पर शहर में चार स्थानों पर आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग (ईडब्लूएस) के लिए कुल 1192 फ्लैट्स का निर्माण शुरू किया था. निर्माण शुरू करने से पहले लोगों से आवेदन मांगे गए. निर्धारित संख्या में आवेदन प्राप्त होने के बाद लॉटरी से मकानों का आवंटन किया गया. इसके बाद जेडीए ने मौके पर काम शुरू कर दिया. लेकिन हाल ही जेडीए आयुक्त मंजू राजपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में चारों स्थानों पर मकानों का निर्माण बंद करने का फैसला किया गया. आपको सबसे पहले बताते है कहां,कितनी लागत से कितनी संख्या में मकानों का निर्माण किया जाना था.
-अजमेर रोड स्थित आनंद विहार में 11.28 करोड़ रुपए की लागत से 236 फ्लैट्स का निर्माण शुरू किया था
-आनंद विहार में ही अन्य भूमि पर 15.40 करोड़ रुपए की लागत से 316 फ्लैट्स का काम हाथ में लिया गया था
-256 मकानों का निर्माण 12.62 करोड़ रुपए की लागत से वाटिका रोड स्थित सूर्य नगर योजना में किया जाना था
-इसी तरह गोनेर रोड स्थित खेड़ा जगन्नाथपुरा संस्थानिक योजना में 18.93 करोड़ रुपए की लागत से 384 मकानों का निर्माण शुरू किया था
-इन चारों योजनाओं में मकानों के निर्माण की कुल लागत करीब 59 करोड़ रुपए थी
-इसमें से जेडीए की ओर से करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए गए
जेडीए की ओर से मकानों का निर्माण तो शुरू दिया गया था. लेकिन बाद में जेडीए ने काम रोक दिया.इसके बाद फिर से काम शुरू करने का फैसला किया गया. लेकिन फिर से निर्माण कार्य रोक दिया गया. किस तरह चला पूरा मामला और क्यों मकानों का निर्माण कार्य रोका गया. आपको विस्तार से देते हैं जानकारी
-सीएम जन आवास योजना के प्रावधानों के तहत आवंटियों से किश्तों में मिलने वाली राशि से मकानों का निर्माण किया जाना था
-आवंटियों से किश्तों में मिलने वाली राशि बैंक के एक एस्क्रो अकाउंट में जमा होनी थी
-इस अकाउंट में जमा राशि से ही मकानों का निर्माण किया जाना था
-इन चारों योजनाओं में मकान निर्माण शुरू भी कर दिया गया
-लेकिन योजनाओं के एस्क्रो अकाउंट में राशि जमा नहीं होने के कारण मकानों का काम रूक गया
-बाद में अगस्त 2022 में मकानों का निर्माण जेडीए के खर्च पर कराने का फैसला किया गया
-इस दौरान फैसला किया गया था कि जेडीए अब सबसे पहले खेड़ा जगन्नाथपुरा स्थित योजना के मकानों का बंद पड़ा काम शुरू करेगा
-इन मकानों का काम अपने खर्चे पर शुरू करने के बाद जेडीए की ओर से इस बारे में आवंटियों को सूचित किया जाएगा
-जेडीए आवंटियों को सूचित करेगा कि उनके मकानों का निर्माण दुबारा शुरू किया जा चुका है
-जेडीए इन आवंटियों को बताएगा कि वे जल्द अपनी अधूरी किश्तें बैंक अकाउंट में जमा कराएं
-इसके बाद जेडीए इसी तर्ज पर अपने खर्चे से शेष तीन अन्य योजनाओं का बंद पड़ा काम भी दुबारा शुरू कराएगा
-लेकिन अधिकतर आवंटियों की ओर से किश्तें जमा नहीं कराई गई
-इसके चलते मकानों का निर्माण दुबारा शुरू करने की जेडीए की कवायद परवान नहीं चढ़ पाई