VIDEO: लम्बे इंतजार के बाद परिवहन विभाग ने जारी की ट्रांसफर लिस्ट, अफसरों को मिली नई जिम्मेदारी, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: परिवहन विभाग में करीब एक साल के बाद पदोन्नत हुए अधिकारियों को पोस्टिंग मिल गई है , लंबे इंतजार के बाद परिवहन विभाग ने पदस्थापन सूची जारी कर दी है.

इस फेरबदल में आरटीओ, डीटीओ और एआरटीओ स्तर के कई अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.डिप्टी सीएम डॉ प्रेमचंद बैरवा ने पूरा होमवर्क कर के नामों पर मंजूर दी है, डिप्टी सीएम ने पोस्टिंग के आदेशों में जनप्रतिनिधियों की सिफारिश का भी पूरा ध्यान रखा है साथ ही कार्मिको के व्यक्तिगत अनुरोध को भी स्वीकार किया है जारी आदेशों के अनुसार ओम प्रकाश बेरवा को पाली के लिए आरटीओ नियुक्त किया गया है. इंद्र मीणा को भरतपुर का आरटीओ बनाया गया है, जबकि रविंद्र जोशी को अलवर में आरटीओ पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसी क्रम में वीरेन्द्र राठौड़ को जयपुर (रोड सेफ्टी) का आरटीओ नियुक्त किया गया है. संयुक्त आयुक्त प्रवीणा चारण को परिवहन मुख्यालय जयपुर में पदस्थ किया गया है. 

संयुक्त आयुक्त प्रभुलाल बामनिया को भी परिवहन मुख्यालय जयपुर में तैनात किया गया है, जबकि संयुक्त आयुक्त सतीश कुमार को एसडीआरआई जयपुर का कार्यभार दिया गया है. अर्जुन सिंह राठौड़ को जोधपुर रिट्स का काम दिया गया है वहीं अभय मुदगल को भरतपुर में एआरटीओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अतिरिक्त नितिन बोहरा को दौसा में ARTO बना कर आरटीओ (अतिरिक्त चार्ज) दिया गया है. नाथू सिंह को जयपुर प्रथम में डीटीओ नियुक्त किया गया है.राघव शर्मा को राजसमंद में डीटीओ का पदभार संभालने के निर्देश दिए गए हैं. बांसवाड़ा जिले में ग्रेस कुमार अग्रवाल को डीटीओ नियुक्त किया गया है, जबकि APO चल रहे सुरेंद्र सिंह चौहान को डूंगरपुर में मोटर वाहन निरीक्षक के पद पर नियुक्त किया गया है.

इन फेरबदल के माध्यम से विभाग ने स्पष्ट संकेत दिया है कि सड़क सुरक्षा, वाहन निरीक्षण, फिटनेस प्रबंधन और परिवहन सेवाओं में सक्रियता लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हाल ही में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार की प्राथमिकता बढ़ी है,  ऐसे में परिवहन विभाग में यह पदस्थापन व्यवस्था को बेहतर बनाने की पहल माना जा रहा है. उल्लेखनीय है कि राज्य में लगातार हो रहे सड़क हादसों और परिवहन नियमों के उल्लंघन को देखते हुए विभाग के कामकाज में मजबूती लाने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. इन आदेशों के बाद जिम्मेदार अधिकारियों से अपेक्षा रहेगी कि वे अपने-अपने जिलों में परिवहन व्यवस्था को अधिक अनुशासित और पारदर्शी बनाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाएं. परिवहन विभाग उम्मीद कर रहा है कि यह नई टीम राज्य में सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को नई दिशा प्रदान करेगी.