जयपुर: सेंट्रल पार्क में घूमने वाले वॉकर्स अब पूरे वॉक वे का चक्कर नहीं लगा पाएंगे. उन्हें एक तरफ पोलो ग्राउंड के पास और दूसरी तरफ शिव मंदिर के पास से यू टर्न लेना होगा. आखिर ऐसा क्यों करना पड़ेगा, क्या है कारण?
जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से हाईकोर्ट के सामने भूमिगत पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है. हाईकोर्ट परिसर में पर्याप्त पार्किंग का स्थान उपलब्ध नहीं होने के कारण जनपथ पर सड़क के दोनों तरफ वाहन खड़े किए जाते हैं. इससे अक्सर जनपथ पर जाम की समस्या रहती है. पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ने यहां पार्किंग प्रोजेक्ट शुरू किया है. आपको सबसे पहले बताते हैं इस पार्किंग प्रोजेक्ट की जानकारी देते हैं.
-इस भूमिगत पार्किंग प्रोजेक्ट की लागत करीब 50 करोड़ रुपए हैं
-हाईकोर्ट के सामने गोल्फ क्लब परिसर की मौजूदा पार्किंग के नीचे प्रोजेक्ट का काम किया जा रहा है
-यहां दो मंजिला भूमिगत पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है
-पार्किंग प्रोजेक्ट पूरा करने की डेडलाइन वर्ष 2025 में अप्रेल में हैं
-इस दो भूमिगत पार्किंग में 500 चौपहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे
-इस प्रोजेक्ट के तहत हाईकोर्ट के गेट से लेकर पार्किंग स्थल तक सब वे का निर्माण किया जाएगा
-ताकि लोग अपने वाहन पार्किंग स्थल में खड़ा कर इस सब वे सीधे हाईकोर्ट तक जा सकें
-यह पार्किंग प्रोजेक्ट हाईटेक होगा
-वाहन चालकों का यहां पहुंचते ही पता चल जाएगा कहां कितना पार्किंग स्पेस उपलब्ध है
-इसका पता वाहन चालकों को यहां लगे डिस्प्ले बोर्ड से लग जाएगा
-इसके अलावा प्रोजेक्ट से संबंधित एक मोबाइल एप भी होगा
-इस एप से भी यहां उपलब्ध पार्किंग स्पेस का पता चल सहेगा
-साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता का पता चल सकेगा
-प्रोजेक्ट के तहत यहां 100 चार्जिंग स्टेशन भी लगाए जाएंगे
इस भूमिगत पार्किंग प्रोजेक्ट के तहत सब वे के निर्माण के लिए जनपथ पर हाल ही आधी सड़क को बंद किया गया है. हाईकोर्ट के गेट नंबर एक से गेट नंबर तीन तक जनपथ की आधी सड़क को बंद किया गया है. इसी तरह सेंट्रल पार्क के वॉक वे को भी 18 जून सुबह 10 बजे से बंद किया जाएगा.
-वॉक वे में अंबेडकर सर्किल स्थित गेट से जाने वाले वॉकर्स बायीं तरफ नहीं जा सकेंगे
-यहीं से लेकर जनपथ की तरफ शिव मंदिर के पास तक बैरिकेडिंग की जाएगी
-सेंट्रल पार्क का वॉक वे करीब दो सौ मीटर की लंबाई में बंद रहेगा
-सब वे के निर्माण में दो से ढाई महीने का समय लगेगा,तब बैरिकेडिंग रखी जाएगी
-इस बैरिकेडिंग के चलते वॉकर्स पूरे वॉक वे का चक्कर नहीं लगा पाएंगे
-वॉकर्स को एक तरफ पोलो क्ल्ब के पास और दूसरी तरफ मंदिर के पास से यू टर्न लेगा होगा
सेंट्रल पार्क में घूमने वाले वॉकर्स को वॉक वे का पूरा चक्कर काटने के लिए दो से ढाई महीने का इंतजार करना पड़ेगा. उम्मीद की जानी चाहिए कि जेडीए के अभियंता इस अवधि में काम पूरा कर वॉक वे को खोल देंगे.