पर्यटकों की आवक के सभी रिकॉर्ड धराशायी, इस वर्ष सितंबर तक पहुंचे रिकॉर्ड 15.80 करोड़ सैलानी

जयपुरः राजस्थान पर्यटन इस समय अपने शीर्ष पर चल रहा है. प्रदेश में इस वर्ष सितंबर अंत तक 15 करोड़ 80 लाख से ज्यादा पर्यटक आए जोकि एक रिकॉर्ड है. राजस्थान के पर्यटन उत्पादों का आकर्षण ऐसा है कि यहां रोजाना औसतन 5 लाख 85 हजार पर्यटक और हर महीने औसतन पौने दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं. राजस्थान पर्यटकों की आवक के मामले में एक ऐसे रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रहा है जिसे भविष्य में राजस्थान ही तोड़ पाएगा. पावणों के प्रदेश से दुनियाभर में बुलंद होते 'पधारो म्हारे देश. 

पर्यटकों की आवक के सभी रिकॉर्ड धराशायी 
इस वर्ष सितंबर तक पहुंचे रिकॉर्ड 15.80 करोड़ सैलानी
वर्ष 2023 में इस अवधि में आए थे 13.28 करोड़ पर्यटक
वर्ष 2023 के मुकाबले पर्यटकों की आवक में 18.91 फीसदी वृद्धि
स्वदेशी पर्यटकों की संख्या में 18.77 फीसदी, विदेशी में 37.73 फीसदी वृद्धि
राजस्थान में पावणों की संख्या में जोरदार वृद्धि का दौर
पर्यटन विभाग की एग्रेसिव मार्केटिंग, वन विभाग की सफारी रही कारगर
पुरातत्व विभाग के मॉन्यूमेंट मैनेजमेंट और विकास कार्यों से बदली फिजा
जंगल सफारी और वाटर स्पोर्ट्स से भी बढ़ा मरुधरा को लेकर क्रेज
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी का विजन, रवि जैन, आयुक्त वीपी सिंह
पुरातत्व निदेशक डॉ पंकज धरेंद्र की मेहनत लाई रंग
ट्रेवल ट्रेड के लिए वर्ष 2024 को माना जा रहा है गोल्डन ईयर

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के विजन से राजस्थान की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान तेजी से सबसे बढ़ा है. यहां के सतरंगी पर्यटन उत्पाद शुरू से ही देश दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. लेकिन कोरोना के दौर में राजस्थान सहित पूरी दुनिया का पर्यटन ढांचा भरभरा कर धराशायी हो गया था. ये वो दौर था जब पर्यटन उद्योग गर्त में जाता दिख रहा था. लाखों लोग बेरोजगार हुए, ट्रेवल इंडस्ट्री की पचास फीसदी से ज्यादा इकाई बंद हो गई. यहीं से प्रदेश प्रदेश ने दिखाया वापसी का जोरदार जज्बा और पूरी शिद्दत से पर्यटन ढांचे को दोबारा खड़ी करने में ताकत लगाई. नतीजे इतने शानदार रहे कि राजस्थान पर्यटन दोबारा अपने पैरों पर खड़ा ही नहीं हुआ बल्कि दौड़ने लगा और पूरे देश और दुनिया के लिए वापसी का मॉडल बन गया. बात करें आंकड़ों की तो राजस्थान में कोरोना के बाद वर्ष 2022 में पर्यटकों की आवक का रिकॉर्ड बनाया. वर्ष 2022  में राजस्थान में 10 करोड़ 87 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. पर्यटकों के इस सैलाब से पूरी दुनिया चकित हो गई कि कैसे राजस्थान ट्रेवल ट्रेड को संजीवनी देने वाला प्रदेश बना. अभी दुनियाभर के ट्रेवल एजेंट और टूर ऑपरेटर राजस्थान पर्यटन की इस सफलता के राज जानने की कोशिश कर ही रहे थे कि राजस्थान पर्यटन ने वर्ष 2023 में ही ग्लोबल ट्रेवल इंडस्ट्री को फिर चौंका दिया. वर्ष 2023 में राजस्थान में 18 करोड़ 7 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. जो वर्ष 2022 से 66 फीसदी ज्यादा था. अब वर्ष 2024 के पहले 9 महीने की बात करें तो सभी पुराने रिकॉर्ड धराशाही हो गए. 

सितंबर अंत तक प्रदेश में 15 करोड़ 80 लाख से ज्यादा पर्यटकों की आवक नए रिकॉर्ड बना दिए. अभी 3 महीने शेष हैं माना जा रहा है कि प्रदेश में 24 करोड़ पर्यटकों की आवक दर्ज की जाएगी. उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के विजन और परिजन सचिव रवि जैन, आयुक्त वीपी सिंह सहित पूरी टीम में जिस समन्वय के साथ काम किया है उसके नतीजे काफी सुखद रहे हैं. ऐसे में ट्रेवल ट्रेड का इसे स्वर्ण काल माना जा रहा है. केंद्र की स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना में जिस तरह के काम हुए वो मील का पत्थर साबित हुए. कोरोना के बाद वैसे भी लोग प्रकृति की तरफ और अपने परंपरागत खानपान की तरफ लौटे हैं इसलिए राजस्थान को ज्यादा पसंद किया जा रहा है. पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ पंकज धरेंद्र की माने तो प्रदेश के स्मारकों पर आधारभूत ढांचे का विकास और बेहतर प्रबंधन पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. इसी तरह पर्यटन विभाग की ओर से देश-विदेश में की जा रही एग्रेसिव मार्केटिंग और रोड शो राजस्थान पर्यटन के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं. जंगलात विभाग द्वारा टाइगर और लेपर्ड सफारी कराई जा रही है, जो वन्यजीव प्रेमियों में खासी लोकप्रिय है. हमारा खानपान व वेशभूषा, भाषा की विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत राजस्थान पर्यटन को शीर्ष की और तेजी से ले जा रही है. अब तो वैसे भी प्रदेश में सरकार भाजपा की है और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के पर्यटन का भी जिम्मा है. ऐसे में राजस्थान पर्यटन में विकास की नई गाथा लिखी जाना तय है. उम्मीद है कि चालू वर्ष में पर्यटकों की आवक के रिकॉर्ड के टूटने की हैट्रिक होगी.