CM भजनलाल शर्मा ने किया सहकार सदस्यता अभियान का शुभारंभ, कहा- सहकारिता से गांव-गांव और जन-जन हो रहा सशक्त

CM भजनलाल शर्मा ने किया सहकार सदस्यता अभियान का शुभारंभ, कहा- सहकारिता से गांव-गांव और जन-जन हो रहा सशक्त

जयपुर : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया सहकार सदस्यता अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में सहकार से नई समृद्धि की कहानी लिखी जा रही है. 2 से 15 अक्टूबर तक प्रदेशभर में अभियान चलेगा. विशेष फोकस महिलाओं और युवाओं को सहकार से जोड़ने पर होगा. करीब 8,300 पैक्स स्तर पर शिविर लगाए जाएंगे. सहकारी समितियों में 10 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है. 2,158 ग्राम पंचायतों में नई पैक्स का गठन होगा. गोदाम निर्माण हेतु भूमि आवंटन का कार्य भी किया जाएगा.

सहकारिता से जुड़कर राजस्थान को नई पहचान मिलेगी. सहकारिता गरीब और मध्यमवर्ग के लिए आर्थिक सुरक्षा का आधार है. अब तक 77 लाख किसानों को 42,765 करोड़ का फसली ऋण ब्याजमुक्त मिला है. 2.48 लाख नए कृषकों को 433 करोड़ का फसली ऋण मिला है. 30 हजार लाभार्थियों को वितरित हुए 260 करोड़ आजीविका ऋण बांटा है. श्रीगंगानगर में गोदाम शुरू हुआ, प्रोसेसिंग यूनिट व हायरिंग सेंटर शुरू हुआ. सहकारी बैंकों ने किसानों व उद्यमियों को 246 करोड़ दीर्घकालीन ऋण दिए. पर्यटन के साथ सहकार से सामाजिक-आर्थिक विकास संभव है.

पीएम मोदी ने सहकारिता मंत्रालय को बनाया विकास का स्तंभ:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आगे कहा कि  पीएम मोदी ने सहकारिता मंत्रालय को  विकास का स्तंभ बनाया है. 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना हुई. पीएम किसान सम्मान निधि से किसानों को हर साल 6 हजार रुपये मिल रहे हैं. प्रदेश के 76 लाख किसानों को 7,054 करोड़ रुपये का लाभ मिला. सीएम किसान सम्मान निधि से किसानों को 3 हजार रुपये अतिरिक्त मिल रहे हैं. अब तक राज्य के किसानों को 1,355 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से किसानों की आय दोगुनी करने का प्रयास कर रहा है. सहकारिता से गांव-गांव और जन-जन हो सशक्त रहा है. 

सहकार से समृद्धि के लिए अमित शाह की क्रांतिकारी पहल:
सहकार से समृद्धि के लिए अमित शाह ने क्रांतिकारी पहल की.  सहकारिता मंत्रालय ने 100 से अधिक सुधारात्मक कदम उठाए. पैक्स को नेशनल सॉफ्टवेयर नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. पांच वर्षों में 2 लाख से अधिक पैक्स, डेयरी व मत्स्य समितियों का गठन किया. विश्व की सबसे बड़ी विकेंद्रीकृत अन्न भंडारण योजना लागू. पैक्स स्तर पर गोदाम और भंडारण केंद्र बनाए जाएंगे. डेयरी, मत्स्य, चीनी व सहकारी बैंकों को मजबूती मिलेगी. सहकारिता शासन प्रणाली को और पारदर्शी किया जा रहा है.

गोपाल क्रेडिट कार्ड से मिलेगा 1 लाख तक ब्याजमुक्त ऋण:
पशुपालन किसानों की आर्थिक समृद्धि का आधार है. गोपाल क्रेडिट कार्ड से 1 लाख तक ब्याजमुक्त ऋण मिलेगा. डेयरी से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा.  मोबाइल वेटरनरी यूनिट से गांव-गांव तक पशु चिकित्सा पहुंचेगी.  किसानों को "अन्नदाता से ऊर्जादाता बनाया जा रहा है. सौर ऊर्जा से सिंचाई और खेती को नई दिशा दी जा रही है. राम जल सेतु लिंक और यमुना जल समझौते से प्रदेश सशक्त होगा. पांच साल में 4 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य है. अब तक 91 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं.

पैक्स विहीन पंचायतों में बनेंगे नए केंद्र:
सहकार अभियान से महिलाओं और युवाओं को बड़ा अवसर मिलेगा. पैक्स विहीन पंचायतों में नए केंद्र बनेंगे.  किसानों के लिए ऋण और भंडारण सुविधाएं सुलभ होंगी. सहकारिता से आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था बनेगी. किसानों और उद्यमियों को नया आधार मिलेगा.  सरकार ने रोजगार सृजन पर भी जोर दिया. सहकार आंदोलन से  हर गांव और हर व्यक्ति जुड़ेगा. सहकारिता नई समृद्धि की कुंजी है. 

सहकार आंदोलन से गांव-गांव में आ रही खुशहाली:
सहकारिता के जरिए किसानों की तस्वीर बदल रही है. 42 हजार करोड़ से अधिक का ब्याजमुक्त ऋण वितरित हुआ. डेयरी, मत्स्य और कृषि को  नया आधार मिल रहा है. सहकारिता आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. हर पंचायत में पैक्स व समितियों का विस्तार हो रहा है. सहकार आंदोलन से गांव-गांव में खुशहाली आ रही है. पीएम मोदी और अमित शाह के मार्गदर्शन से सहकारिता मजबूत हो रही है. राजस्थान सहकार से समृद्ध प्रदेश बनेगा.