जयपुरः ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के के तहत मुख्यमंत्री फिर से विदेश यात्रा पर जा रहे हैं. विदेशी निवेशकों, कॉरपोरेट जगत और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को प्रदेश में निवेश को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के दौरे पर जा रहा है.
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जर्मनी और uk देशों की छह दिवसीय यात्रा के दौरान यह प्रतिनिधिमंडल म्यूनिख और लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान’ निवेशकों के रोड शो और ‘राइजिंग राजस्थान’ पर्यटन सम्मेलनों में संबोधन देंगे. यह प्रतिनिधिमंडल वहां के प्रमुख व्यापारिक घरानों और कंपनियों से भी मुलाकात करेगा और उन्हें राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित करेगा.
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के अलावा, राज्य सरकार के इस उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, राजस्थान के डिस्कॉम्स की अध्यक्ष और जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा, उद्योग विभाग और ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट्स के आयुक्त रोहित गुप्ता और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
अपनी यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व वाला यह प्रतिनिधिमंडल कंस्ट्रक्शन, मोबिलिटी, ऑटोमोबाइल, स्टार्टअप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई, पर्यटन, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य प्रसंस्करण, सार्वजनिक परिवहन, ग्रीन हाइड्रोजन, अक्षय ऊर्जा, इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों की कंपनियों से मुलाकात करेगा और उन्हें राजस्थान में मौजूद अवसरों की जानकारी देते हुए निवेश के लिए आमंत्रित करेगा और 9-10-11 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में शामिल होने का भी न्यौता देगा.
इस दौरे में, राजस्थान में निवेश के अवसरों की जानकारी देने के लिए जर्मनी और यूके स्थित कंपनियों और व्यापारिक घरानों के साथ मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की कई बैठकें होने जा रही हैं, जिनमें अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स, नॉफ इंजीनियरिंग, एसएफसी एनर्जी एजी, जेसीबी, रिन्यू पावर, स्यानकॉनोड जैसी कंपनियों से मुलाकात शामिल है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाला यह प्रतिनिधिमंडल जर्मनी के म्यूनिख में बवेरियन स्टेट चांसलरी के प्रमुख और संघीय मामलों के राज्य मंत्री डॉ. फ्लोरियन हरमैन से भी मुलाकात करेगा. वहीं, ब्रिटेन की अपनी यात्रा के दौरान यह प्रतिनिधिमंडल राजस्थान में निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से यूनाइटेड किंगडम के कुछ चुने हुए सांसदों से भी मिलेगा.
राजस्थानी मूल के लोगों तक पहुंचने के राज्य सरकार के प्रयासों के तहत, राजस्थान सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा में अनिवासी राजस्थानी समुदाय के सदस्यों और अप्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात करेगा. इसके लिए म्यूनिख में अनिवासी राजस्थानी समुदाय के कुछ चुनिंदा लोगों के साथ बैठक रखी गयी है, वहीं, लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान’ अप्रवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया है. पिछले एक महीने में दिल्ली, मुंबई, सियोल दक्षिण कोरिया, जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी, कतर की राजधानी दोहा और सिंगापुर में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं, इस व्यापक आउटरीच के परिणामस्वरूप राजस्थान सरकार को अब तक 12.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव (एमओयू) प्राप्त हुए हैं.
बहरहाल देखना होगा कि आगामी दिनों में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के ये प्रयास धरातल पर कितने कारगर साबित होंगे क्योंकि कांग्रेस अब मुद्दों के आधार पर सरकार को घेरने के साथ साथ शराब उपचुनाव में अपनी जीत के दावे लगातार कर रही है. वहीं bjp हरियाणा चुनाव जीत के बाद जबरदस्त कॉन्फिडेंस में है.