संविधान दिवस पर विधानसभा में युवा संवाद कार्यक्रम, मंत्री और नेता प्रतिपक्ष के बीच दिखी तीखी बहस, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः संविधान दिवस पर विधानसभा में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम राजनीतिक मंच बन गया. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तीखे तीर चलाए. पक्ष और विपक्ष के व्यंग्यात्मक वार और प्रहार के बीच विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि यही संविधान की खूबसूरती है कि सबको बोलने का अवसर प्राप्त है. जब बात SIR की उठी तब स्पीकर देवनानी ने कहा कि संविधान अजर और अमर है.

संविधान हमारे देश की आत्मा है संविधान का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता संविधान हमारा कोई खतरे में नहीं है कोई ऐसा कहता है तो गलत है संविधान अजर और अमर है. ये कहना है स्पीकर वासुदेव देवनानी का. जब बात SIR की उठी तब स्पीकर वासुदेव देवनानी ने ये बात कही

संविधान दिवस पर विधानसभा में युवा संवाद का कार्यक्रम आयोजित हुआ था. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच विधि छात्रों के सामने जुबानी जंग छिड़ गई. संविधान के निर्माण, धर्म ध्वजा, राम, वन्देमातरम, SIR और वोट चोरी के मुद्दे उठे. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया जब संविधान बना तब क्या परिस्थिति थी. आज क्या परिस्थिति है उसे समझना होगा इंदिरा गांधी ने संविधान की मजबूती के लिए शहीद हो गई वन्देमातरम को राष्ट्र गीत का दर्जा कांग्रेस ने दिया आजकल कोई कांग्रेसी को अपनी बात कहने नहीं देता सब तरफ बीजेपी बीजेपी है SIR के तहत गरीब का वोट कटना नहीं चाहिए. अगर वोट कटता है या चोरी होता है तो ये संविधान पर करारा प्रहार है. नेता प्रतिपक्ष के बाद संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल बोलने को खड़े हुए टीकाराम जूली के संबोधन पर पलटवार करते हुए जोगाराम पटेल ने कहा कि संविधान कांग्रेस ने बनाया था या संविधान सभा! बाबा साहेब ने बनाया था या कांग्रेस! जब इमरजेंसी लगाई थी तब संविधान का क्या हुआ! नीलम संजीव रेड्डी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी थे तब आत्मा की आवाज के आधार पर बीवी गिरी को किसने कहा था वोट देने के लिए तब कहां गया था संविधान जूली साहेब संविधान पुस्तक में राम का चित्र है फिर कांग्रेस क्यों कहती है राम काल्पनिक है संविधान को नहीं मानने वाले संविधान की बात करते है वो करते है जिन्होंने संविधान की धज्जियां उड़ाई है 

पक्ष और विपक्ष नेताओं की बहस सुनने के बाद स्पीकर देवनानी ने कहा कि आज संविधान ही है
जिसने पक्ष और विपक्ष को बोलने का अवसर दिया
संविधान बना तब किसी पार्टी का कोई रोल नहीं था. भारत में सत्ता का हस्तांतरण शांति पूर्वक होता है
बाकि देशों को भी हम देख रहे यही संविधान की आत्मा
संविधान को समझे खूब बहस करे लेकिन राष्ट्र को सर्वोपरि रखे देश है तो हम है युवा पीढ़ी से यही आह्वान 
संविधान के कर्तव्यों का निर्वहन करे राष्ट्र प्रथम की भावना रखे. महाधिवक्ता GS गिल ने संविधान की प्रस्तावना को बताया.