जयपुरः विधायक जितेंद्र गोठवाल को मई में विधानसभा की आश्वासन समिति का चेयरमैन बनाया गया था. गोठवाल को चेयरमैन अप्रैल माह में बनवाया था उसके बाद मई माह से पेंडेंसी कम कर समिति सार्थक रूप से कार्य कर रही है. उस समय लगभग तीन हजार आठ सौ सवालविधायकों के सरकारी आश्वासन कमेटी में पेंडिग थे. अब मात्र 400 नवीनतम जानकारी और लंबित है.
कभी भी विधानसभा में 4000 से कम पेंडिंसी नहीं रही है परंतु इस बार इतिहास बना है कि सरकारी आश्वासन समिति के सार्थक प्रयास से पेंडेंसी लगभग 400 से भी कम है. वर्षभार बात करे तो 14वी विधानसभा 1753 सवाल और 15वीं विधानसभा में 1692 और जो अभी विधानसभा चल रही है उसके 332 पेंडिग थे. जब से सरकारी आश्वासन कमेंटी बनी है. ग़ौरतलब है की पहले विधानसभा में पैंडेंसी बहुत ज़्यादा रहती थी.
इस बार इतिहास बनाः
आश्वासन समिति के चेयरमैन जब विधायक जितेंद्र गोठवाल बने थे तब विधानसभा में लगभग तीन हजार आठ सौ सवाल माननीय सदस्यों के सरकारी आश्वासन कमेटी में पेंडिग थे. अब मात्र 400 नवीनतम जानकारी और पेंडिंसी है. कभी भी विधानसभा में 4000 से कम पेंडिंसी नहीं रही है परंतु इस बार इतिहास बना है कि सरकारी आश्वासन समिति के सार्थक प्रयास से पेंडेंसी लगभग 400 से भी कम है. वर्षभार बात करे तो 14वी विधानसभा 1753 सवाल और 15वीं विधानसभा में 1692 और जो अभी विधानसभा चल रही है उसके 332 पेंडिग थे. जब से सरकारी आश्वासन कमेंटी बनी है. मैंनें और कमेटी ने तय किया है कि सदन के अंदर जो आश्वासन दिये जाते है माननीय सदस्य द्वारा, मंत्रियों द्वारा, मुख्यमंत्री द्वारा उनके जवाब समय पर माननीय सदस्यों को पहुँचाने का प्रयास करें. उसी श्रृंखला में हमने समय समय पर बैठक प्रारम्भ की और बैठकें प्रारम्भ करने के बाद ध्यान में आया कि ये सभी आशवासन जो समय पर मिलने चाहिए. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष देवनानी की ओर से इतना सहयोग रहा कि उन्होंनें सभी अधिकारियों को मार्ग दर्शन दिया कि तुरंत सरकारी आश्वासन कमेटी द्वारा मांगे गये आश्वासनों का जवाब मिले.