जयपुरः मुख्य सचिव कार्यालय के लिहाज से 2025 का साल नए प्रयोगों और नवाचारों के लिए याद किया जाएगा. पूर्व मुख्य सचिव सुधांश पंत के प्रशासनिक सुधारों के काम को जिस प्लानिंग से शुरू किया था,वी. श्रीनिवास के कार्यकाल में न सिर्फ उसमें नए पहलुओं को शामिल किया गया,बल्कि उसके बेहतर क्रियान्वयन की तस्वीर भी गढ़ी.
16 नवंबर को वी श्रीनिवास मुख्य सचिव बने और 1 महीने के अल्प कार्यकाल में ही उन्होंने सुशासन के नए मापदंड गढ़ने शुरू कर दिए. पूर्व मुख्य सचिव सुधांश पंत ने फाइल के औसत समय निस्तारण को आधार बनाकर रैंकिंग की थी. अब इसके अगले कदम के तहत राजकाज में दस स्तरीय चरण के मापदंड तय किए हैं-
1. शुरुआत से लेकर वापस शुरुआत तक फाइल
जहां से फाइल की शुरुआत हुई वहां से शुरुआत वाले चरण तक का फाइल निस्तारण समय
2. हर अफसर का फाइल निस्तारण समय का है दूसरा चरण
3.पेंडेंसी सहित रसीद या प्राप्ति की प्रक्रिया
4.निस्तारण के विविध चरण- देरी
5.राजकाज की मासिक रिपोर्ट का है पांचवां चरण.
6.ई फाइल के लिए आर्काइवल पॉलिसी या अभिलेख नीति
7.राजकाज का वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क और साइबर सुरक्षा
8.राजकाज पर उपयोगकर्ताओं की संख्या की समीक्षा
9.वरिष्ठ अधिकारी से फाइल वापस मंगाने का होगा नौवां चरण
10. हर अधिकारी के लिए कई लॉग इन आईडी की समीक्षा
इन दस चरणों से पूरा होगा राजकाज में अफसरों के काम का रिव्यू
विभागों/ऑफिसों का मासिक प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग होगी
पेंशन अदालत के लिए पेंशनर शिकायत निवारण, विभागों के साथ मासिक समीक्षा बैठकें.
प्रभावी शिकायत निवारण के लिए समग्र नीति का निर्माण जिसमें जड़ से समस्या का हो सके समाधान
केन्द्र की तर्ज पर सेक्टोरल ग्रुप का गठन
इसके तहत ग्रामीण व ग्राम विकास,इंफ्रास्ट्रक्चर व उद्योग, वाणिज्य,रिसोर्सेस,सामाजिक कल्याण,वित्त व अर्थव्यवस्था, गवर्नेंस एन्ड टैक्नोलॉजी, सुरक्षा के सेक्टोरल ग्रुप गठित किए हैं.
हर समूह में संबंधित विभागों के एसीएस,प्रमुख सचिव को संयोजक और सह संयोजक बनाया है.
इन समूहों के हैं ये प्रमुख काम
एक्शन प्लान के साथ की-परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स, विकसित राजस्थान 2047 की रणनीति बनाने,
विकसित राजस्थान के लक्ष्यों, रणनीतियों और जिम्मेदारियों को निर्धारित करने का होगा ग्रुप्स का काम ताकि प्लान एक्शन में बदल जाए
अंतर्विभागीय मुद्दों,बजट घोषणा और संकल्प पत्र क्रियान्वयन
स्कीमिटिक बजट के तहत व्यय की स्थिति और फ्लैगशिप स्कीम्स की समीक्षा
समान उद्देश्यों वाली स्कीम्स का मर्जर और रेशनलाइजेशन करेंगे ग्रुप्स
किसी भी बिंदु या एजेंडे पर जल्दी निर्णय हो इसलिए फाइल के अधिकतम 4 स्तर तय हों ताकि 4 स्तर के बाद निर्णय हो हो जाए.
इसके लिए फाइल निस्तारण या सबमिशन के स्तरों की समीक्षा हो
इन निर्देशों की पालना सुनिश्चित कराने के लिए विभागों द्वारा वरिष्ठ अधिकारी की बैठक हो
बैठक में दिए निर्देशों की पालना की मॉनिटरिंग के लिए करें विभाग नोडल अधिकारी नियुक्त
विभागों से जुड़े मुद्दों/ बिंदुओं पर अहम प्रगति के बारे में हर माह की 10 तारीख तक DO लैटर जारी करें संबंधित सचिव
कार्यस्थल में स्वच्छता और पेंडेंसी दूर करने को लेकर रहे पूरा फोकस
तय एजेंडा फॉर्मेट में अंतर्विभागीय समन्वय के मुद्दों को COS में रखें
संबंधित विभागों के सचिव/ प्रमुख सचिव/ सचिव अपने-अपने विभागों का करें निरीक्षण
इस दौरान रिकॉर्ड प्रबंधन के किए जाएं उपाय
साथ ही फाइल्स की वीडिंग और फर्नीचर, स्क्रैप होने वाले ई वेस्ट संबंधी तय करें.
कचरा निस्तारण के लिए नई सोच
सीएस वी श्रीनिवास ने झाड़ू क्लीनिंग बंद होकर मैकेनाइज क्लीनिंग शुरू हुकरने पर जोर देते हुए फाइल्स की वीडिंग आउट को प्राथमिकता दी.
साथ ही पुराने फर्नीचर,डिजिटल स्क्रैप, डेस्कटॉप,लैपटॉप,फोटो कॉपियर्स की प्रॉपर स्क्रीनिंग प्रोसेस शुरू करने के निर्देश दिए.
प्रदेश सरकार में व्हीकल्स स्क्रैप पॉलिसी लाए हैं जिसका उपयोग नाकारा वाहनों के निस्तारण में होगा.
स्टेट डाटा सेंटर से फाइल आर्काइव करने को लेकर हुई बातचीत जिसमें एक श्रेणी उन रिकॉर्ड्स की है जो 1 साल में वीड आउट करने हैं. दूसरी श्रेणी उन रिकॉर्ड्स की है जो संरक्षित करने हैं और एक श्रेणी वह जो स्टेट आर्काइव को ट्रांसफर करने हैं.
सरकार के सालों पुराने पेंडिंग केसेस
लिटिगेशन पॉलिसी की बैठक में उन्होंने ऐसे केसेस में प्रभावी पैरवी करने, तारीख वाले दिन सरकारी वकील के खुद उपस्थित रहने और जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए.
बाद नीति को मजबूत बनाने के लिए नई नीति लाने के संबंध में भी विचार करने को कहा.
दौरे
इस दौरान श्रीनिवास के दौरे प्रमुख चर्चा में रहे. वे एसएमएस अस्पताल गए और ट्रोमा सेंटर के बारे में निर्देश दिए. साथ ही अस्पताल में एम्स की तर्ज पर भीड़ प्रबंधन के लिए निर्देश दिए.
जयपुर के दूर क्षेत्र में पीएम श्री स्कूल्स का किया दौरा
स्कूल में दी जानेवाली शिक्षा को उच्च गुणवत्ता वाली बताया
शहरी सेवा केन्द्र का किया दौरा
मानसरोवर पुलिस थाने का दौरा करके वहां के पुलिसकर्मियों के साथ किया डिनर.
इसके जरिये ब्यूरोक्रेसी में नए विश्वास जगाने की कोशिशें की गईं हैं और प्रशासनिक सुधार को नेक्स्ट जेनरेशन में ले जाने की कवायद की गई.