गुरू जी बाहर बैठकर खा रहे थे पोहा, बच्चों ने बोला सर कंकड़ गिर है...लेकिन फिर भी नहीं दिया ध्यान, बच्चों ने बयां किया आंखों देखा हाल

झालावाड़: राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की जर्जर छत गिरने से दर्दनाक हादसे में 7 स्कूली बच्चों की मौत हो गई. कई घायल हो गए. इस मामले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत कई नेताओं ने शोक जताया है. इस मामले पर स्कूली बच्चों का वीडिया सामने आया है, जिसमें स्कूली बच्चों ने स्कूल घटना पर आंखों देखा हाल बयां किया है.

बच्चों ने कहा कि हमने सर को बोला था सर कंकड़ गिर रहे है, लेकिन फिर भी अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया.  इस घटना को लेकर बच्चों और ग्रामीणों ने आंखों देखा हाल बयां किया.  स्कूली छात्राओं ने बताया कि हमने अध्यापकों को बोला कि सर कंकड़ गिर रहे है फिर भी अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया. घटना के दौरान मौजूद एक स्कूली छात्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटनास्थल पर 30 बच्चे मौजूद थे. अचानक छत गिरी, उससे पहले हमने सर से कहा कि हमे बाहर जाने दो. टीचर ने मना कर दिया. 

झालावाड़ स्कूल हादसे में बड़ा एक्शन:
झालावाड़ स्कूल हादसे में बड़ा एक्शन लिया गया है. मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की. स्कूल के सभी 5 शिक्षकों को निलंबित किया. एक प्रबोधक को भी निलंबित किया गया. मामले में प्रारंभिक लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की. आपको बता दें कि झालावाड़ के मनोहरथाना में स्कूल की बिल्डिंग अचानक गिरने से अब तक 7 बच्चों की मौत हो चुकी है और 34 बच्चे घायल हुए हैं. 

मृतकों में 4 मनोहरथाना और 3 झालावाड़ के निवासी हैं. वहीं 12 गंभीर बच्चों का झालावाड़ में इलाज जारी है. 9 बच्चों का मनोहर थाना अस्पताल में इलाज जारी है. 6 बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है. जिसकी जानकारी झालावाड़ SP अमित कुमार बुडानिया ने दी है. इस हादसे को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी. सभी घायल बच्चों का सरकारी खर्चे पर इलाज कराया जाएगा. सभी सीनियर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.

लापरवाहों पर होगी कार्रवाई: भजनलाल शर्मा 
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिला कलेक्टर एवं अधिकारियों को उपचार में कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को बेहतर इलाज मिले. पूरे मामले की निश्चित रूप से जांच की जाएगी और लापरवाहों पर कार्रवाई होगी. 

ग्रामीणों ने अकलेरा रोड पर गुराड़ी चौराहे के समीप लगाया जाम:
वहीं इस हादसे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. जिसके चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने अकलेरा रोड पर गुराड़ी चौराहे के समीप जाम लगाया है. और वहप्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल का भवन काफी ज्यादा पुराना था. इसको लेकर कई बार शिकायत भी की गई थी. लेकिन जिम्मेदारों ने कभी सुध नहीं ली. अब ये हादसा हो गया है.