जयपुरः राजस्थान यूनिवर्सिटी में इन दिनों रिवैल्युएशन के नाम पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड तो किया जा रहा है वहीं यूनिवर्सिटी छात्रों से रिवैल्युएशन के नाम पर करोडों रूपए की कमाई कर रही है हाल में आए परीक्षा परिणामों में यूनिवर्सिटी में पढ रहे करीब 50 फीसदी स्टूडेट्स के बैक आई है ऐसे में लगातार छात्र परिक्षा परिणामों पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे है 12वीं में जिस छात्र के 90 फीसदी से उपर अंक हो लेकिन जैसे ही छात्र राजस्थान यूनिवर्सिटी में दाखिला लेता है वो या तो फैल हो जाता है या फिर उसकी बैक आती है.
रिवैल्युएशन से "लाखों" की कमाई
इस सत्र परीक्षा परिणामो में 40 फीसदी छात्रों की बैक
तो क्या रिवैल्युएशन के नाम पर यूनिवर्सिटी कर रही जैब भराई
परिणाम आया तो आई बैक,रिवैल्युएशन भरा तो बढ गए नंबर
आखिर इस लाखों के खेल के पीछ क्या है यूनिवर्सिटी की मंशा
आखिर कैसे एक टॉपर यूनिवर्सिटी में आकर हो जाता है फैल
जानने के लिए देखिए फर्स्ट इंडिया की एक खास पड़ताल
यूनिवर्सिटी की ओर से जारी परीक्षा परिणाम में राजस्थान कॉलेज के कंप्यूटर फंडामेंटल विषय में 40 में 38 स्टूडेट्स की बैक आती है ये सभी वो स्टूडेट्स है जिनकी 12वी क्लास में अच्छे नंबर लाकर राजस्थान कॉलेज में प्रवेश लेते है वहीं दूसरी ओर महाराजा कॉलेज में 80 स्टूडेट्स में से करीब 75 स्टूडेट्स के बैक आई है यहीं नहीं राजस्थान कॉलेज में हाल में जारी सेमेस्टर परीक्षा परीणाम में 289 स्टेडट्स में से 97 स्टूडेट्स की बैक आई है अब सवाल ये खड़ा होता है कि क्या राजस्थान यूनिवर्सिटी की कॉपी जांचने वाले टीचर ही इस पर लापरवाही बरत रहे है या फिर 12वीं तक अच्छी पढाई कर कर यूनिवर्सिटी में आने वाले स्टूडेंट्स ही पढाई नहीं कर रहे है.
रिवैल्युएशन में एक छात्र तीन विषय में भर सकता है फॉर्म
एक विषय में रिवैल्युएशन भरने के लगते है 430 रूपए
ऐसे में अगर तीन विषयो में रिवैल्युएशन भरा 1290 रूपए का खर्चा
वहीं पूरी साल में छात्र की लगती है 1450 रूपए फीस
अब देखों रिवैल्युएशन में कैसे बढते है छात्रों के नम्बर
राजस्थान यूनिवर्सिटी का ये मामला है 2022 का
छात्र आकाश कुमार शर्मा के पॉलिटिकल साइंस में आए 18 नम्बर
सैकेड ईयर के इस छात्र ने पॉलिटिकल साइंस में भरा रिव्ल्लेशन का फॉर्म
रिवॉ्ल्यूशन में छात्र के बढ गए 18 नम्बर
राजस्थान कॉलेज में करीब 200 स्टूडेट्स के बैक
कॉमर्स कॉलेज में भी करीब 150 स्टडेट्स के बैक
ये ही हालात अन्य संघटक कॉलेजों के भी
पूरे मामले को लेकर छात्रनेताओं की ओऱ से ये आरोप लगाए गए कि राजस्थान यूनिवर्सिटी स्टूडेट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है एक दो स्टूडेट्स की बैक आए तो चलता है लेकिन क्या सभी के सभी स्टूडेटस् पढाई नही कर रहे है और ये वो स्टूडेट्स है जिनकी हाई परसेंट होने के बाद इन्हे यहां दाखिला मिला है छात्रो का ये भी कहना है कि अगर कोई छात्र किसी भी विषय में रिवॉल्यूयेशन भरता है और उसके नंबर बढते है तो छात्र द्वारा रिवैल्युएशन के लिए दी गई राशि वापिस की जाए क्योकि इसमें गलति कॉपी जांचने वाले विक्षक की है ना की स्टूडेट्स की.
राजस्थान यूनिवर्सिटी में जैसे ही परीक्षा परिणाम आना शुरू हुए है वेसे ही परिणामों को लेकर छात्रनेता और स्टूडेट्स इसका जमकर विरोध कर रहे है अब देखना ये है कि क्या राजस्थान यूनिवर्सिटी इस विषय पर कोई एक्शन लेगी या फिर यूहीं छात्रों के परीक्षा परिणामों ऐसी ही बैक आती रहेगी.