कांग्रेस की बैठक में लिए गए कईं अहम फैसले, जल्द पार्टी जातीय जनगणना, अडानी घोटाला और संविधान को लेकर करेगी प्रदर्शन

रिपोर्टर- दिनेश डांगी

जयपुरः दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में हुई कांग्रेस की बैठक में कईं अहम फैसले लिए गए. जातीय जनगणना,अडानी घोटाले और संविधान की रक्षा जैसे तीन मुद्दों पर जल्द कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन करेगी. वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने की केन्द्र से मांग का भी संकल्प पारित हुआ..बैठक में गोविंद डोटासरा,सचिन पायलट औऱ भंवर जितेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे. 

लोकसभा चुनाव परिणाम से उत्साहित कांग्रेस सदन से लेकर सड़क तक सक्रिय है. अब संसद के दोनों सत्र समाप्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने सड़कों पर संघर्ष तेज करने का फैसला किया है. दिल्ली में इसको लेकर राष्ट्रीय महासचिव, प्रभारियों और पीसीसी चीफ की अध्यक्ष खड़गे की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई. बैठक में नेता विपक्ष राहुल गांधी और संगठन महासचिव वेणुगोपाल भी मौजूद रहे. बैठक में कांग्रेस पार्टी ने संगठन को एक्टीव रखने और लोगों को भरोसा जीतने के लिए कईं अहम फैसले किए. आईए ग्राफिक्स के जरिए आपको बताते है बैठक में क्या निर्णय हुए. 

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के खुलासे के बाद अडानी घोटाले की जांच जेपीसी से हो
राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना जल्द शुरु हो
संविधान के प्रति पूरी सच्ची औऱ सम्मान की भावन हो
तीनों मुद्दों को लेकर जल्द जन आंदोलन शुरु होगा
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोके केन्द्र सरकार
वायनाड में हुए भूस्खलन त्रास्दी को राष्ट्रीय आपदा घोषित हो

वहीं बैठक में चार चुनावी राज्यों को लेकर रणनीति पर भी विचार हुआ. राजस्थान से बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद रहे. राष्ट्रीय महासचिव औऱ राज्यों के प्रभारी के तौर पर सचिन पायलट और भंवर जितेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे. हालांकि परिवार में रिश्तेदार के निधन के चलते प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी औऱ संगठन एक सशक्त विपक्ष का रोल निभाएगा. इसके लिए जल्द जातीय जनगणना,अडानी घोटाले औऱ संविधान की रक्षा को लेकर पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन शुरु किया जाएगा. वहीं कांग्रेस ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है. रमेश ने कहा कि हमलों को रोकने के लिए केन्द्र सरकार जल्द पहल करें.

इस साल चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है. वहीं लोकसभा चुनाव परिणाम से जोश से लबरेज कांग्रेस बतौर विपक्ष कोई ढिलाई और चूक नहीं चाहता. लिहाजा संगठन सक्रिय हो और कार्यकर्ता चार्ज हो इसलिए कांग्रेस पार्टी बड़े मुद्दों और जनहित के इश्यूज पर विरोध-प्रदर्शन करने का सिलसिला लगातार जारी रखेगी.