रणजी में राजस्थान की हार, जम्मू-कश्मीर ने उतारी खुमारी, पारी व 41 रन से बुरी तरह हराया, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः रणजी सत्र के अपने पहले ही मैच में छत्तीसगढ़ को हराने वाली राजस्थान की जीत की खुमारी जम्मू-कश्मीर ने उतार दी है. श्रीनगर के शेर ए कश्मीर स्टेडियम में खेले गए चार दिवसीय मुकाबले के तीसरे ही दिन मेजबान जम्मू-कश्मीर ने राजस्थान को एक पारी व 41 रन से हरा दिया. जम्मू-कश्मीर की जीत के हीरो तेज गेंदबाज आकिब नबी रहे, जिन्होंने मैच में कुल 10 विकेट लिए. इस मैच में राजस्थान की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही. 

श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम के ठंडे मौसम में रणजी ट्रॉफी का मुकाबला भले चार दिन का तय था, मगर जम्मू-कश्मीर के गेंदबाजों ने ऐसा तूफ़ान खड़ा किया कि राजस्थान की पारी तीसरे ही दिन ढह गई. यह मैच केवल एक जीत नहीं था, यह जम्मू-कश्मीर क्रिकेट के आत्मविश्वास की गूंज थी—एक ऐसी गूंज जिसने राजस्थान जैसी सशक्त टीम को पारी और 41 रन से पराजित कर दिया.  राजस्थान की टीम, जो अपने पिछले मुकाबले में छत्तीसगढ़ को हराकर आत्मविश्वास से लबरेज़ थी, श्रीनगर की ठंडी हवाओं में जैसे अपने ही खेल की गर्मी भूल बैठी. पहली पारी में राजस्थान के बल्लेबाजों की लय शुरू से ही बिगड़ गई. न तो ओपनर पिच की उछाल समझ सके, न ही मिडल ऑर्डर ने स्थिरता दिखाई. पूरी टीम महज 152 रन पर सिमट गई. यह स्कोर किसी रणजी दिग्गज टीम के लिए निराशाजनक से भी नीचे था. ओपनर अभिजीत तोमर और सुमित गोदारा का बल्ला तो जैसे जम ही गया और दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके. पहले मैच के शतकवीर दीपक हुड्डा से बड़ी उम्मीदे थी, लेकिन जरूरत के वक्त उनकाा बल्ला भी धोखा दे बैठा. हुड्डा महज पांच रन बना सके. कप्तान महिपाल लोमरोर ने 37 व कार्तिक शर्मा ने 32 रन बनाकर कुछ संघर्ष करने का प्रयास किया, लेकिन मेजबान टीम के गेंदबाजों के हौंसले इनसे ज्यादा बुलंद थे.     

पहले जम्मू-कश्मीर के गेंदबाजों ने कमाल दिखा और इसके बाद जम्मू-कश्मीर के बल्लेबाजों ने खेल में परिपक्वता का उदाहरण पेश किया. शीर्ष क्रम ने सधी हुई बल्लेबाजी की, और जहां जरूरत पड़ी, वहां जिम्मेदारी से रन जोड़े. मेजबान टीम ने 282 रन बनाकर 130 रनों की ठोस बढ़त हासिल की. यह बढ़त राजस्थान के बल्लेबाजों पर मानसिक दबाव बन गई, जो दूसरी पारी में साफ झलक गई. अब्दुल समद और युद्धवीर सिंह के अर्धशतकों ने राजस्थान की उम्मीदों को धूमिल  सा कर दिया.  दूसरी पारी में राजस्थान के लिए हालात और भी मुश्किल साबित हुए. आकिब नबी ने गेंद से जो कहर बरपाया, उसने पूरे मैच की दिशा पलट दी. उनकी हर गेंद मानो सवाल बनकर आई और राजस्थान के बल्लेबाजों के पास उसका कोई जवाब नहीं था. नबी ने केवल विकेट नहीं झटके, उन्होंने बल्लेबाजों की आत्मविश्वास की जड़ें हिला दीं. दूसरी पारी में उन्होंने सात विकेट झटके और मैच में कुल 10 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया. राजस्थान की टीम मात्र 89 रन पर सिमट गई और वह भी तीसरे दिन के पहले सत्र में. यह जीत जम्मू-कश्मीर क्रिकेट के लिए मनोबल बढ़ाने वाली रही. टीम ने साबित किया कि घरेलू मैदान की परिस्थितियों को भुनाना कैसे होता है, और युवा तेज गेंदबाज आकिब नबी ने खुद को एक संभावित स्टार के रूप में स्थापित किया. उनकी लाइन, लेंथ और गेंद की मूवमेंट ने राजस्थान के हर बल्लेबाज को परेशान किया.