RU में नई शिक्षा नीति के तहत हुए बदलाव, पहले-दूसरे सेमेस्टर में 52 स्कोर करने पर मिलेगा प्रमोट, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राष्ट्रीय शिक्षा निति के तहत आयोजित हुई सेमेस्टर परीक्षा के परिणाम अजीबो गरीब रहे,ज्यादातर विद्यार्थी इन परीक्षा परिणामो को लेकर असतुष्ट नजर आए वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा निति के तहत हुए बदलाव को स्टूडेट्स समझ नहीं पा रहे है यही कारण है कि इस तरह के परिणाम सामने आ रहे है फिलहाल यूनिवर्सिटी अब छात्रों को हर कॉलेज में कार्यशाला आयोजित कर समेस्टर प्रणाली को समझाने का प्रयास कर रही है

किसी भी सेमेस्टर को 3 बर्ष में पूर्ण करना अनिवार्य
1 साल में 2 सेमेस्टर होंगे आयोजित
52 क्रेडिट स्कोर प्राप्त करने पर स्टूडेट्स को क्रमोन्नत किया जाएगा
प्रथम और दूसरे सेमेस्टर परीक्षा में 52 क्रेडिट स्कोर करना अनिवार्य
प्रमथ और दूसरे सेमेस्टर में 52 स्कोर करने पर मिलेगा प्रमोट
वही प्रथम और दूसरे सेमेस्टर को मिलाकर 52 से कम स्कोर करने पर मिलेगा बैक प्रमोट
प्रथम और दूसरे सेमेस्टर को मिलाकर 26 क्रेडिट स्कोर तक मिलेगा बैक प्रमोट
वहीं प्रथम और दूसरे सेमेस्टर को मिलाकर 26 से कम केडिट स्कोर पर होगा नॉट प्रमोट
माइनर विषय में 18 और अन्य विषयो में 8 क्रेडिट स्कोर करना अनिवार्य

राजस्थान यूनिवर्सिटी में राष्टीय शिक्षा निति के तहत अब परीक्षाए आयोजित की जा रही है सेमेस्टर प्रणाली के तहत आयोजित इन परीक्षाओं में एक साल में 2 सेमेस्टर आयोजित किए जा रहे है किसी भी विद्यार्थी को अगले साल प्रमोट होने के लिए दोनो समेस्टरों में पास होन के लिए कुल 26 से अधिक क्रेडिट स्कोर करना अनिवार्य है वहीं इसके साथ ही स्टूडेट्स को डिग्री पूर्ण होने से पहले 120 घंटे के इंटर्नशिप करना अनिवार्य होगा अगर किसी भी छात्र द्वारा इटर्नशिप नहीं की जाती है तो उसकी डिग्री पूर्ण नहीं मानी जाएगी

2 दिसंबर को होगी एकडमिक काउंसिल की बैठक
कुलपति अल्पना कटेजा की अध्यक्षता में होगी बैठक
बैठक में सेमेस्टर प्रणाली को लेकर होगा विचार विमर्श
सेमेस्टर परीक्षा परिणामो को लेकर छात्रों का रहा विरोध
ऐसे में एकडमिक काउंसिल की बैठक में छात्रों को मिल सकती है राहत
सेमेस्टर परीक्षाओं में प्रमोट सिस्टम सहित अन्य पर होगा डिस्कस

पिछले दिनों सेमेस्टर परीक्षा के परिणामों को लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रों की ओर से उग्र प्रदर्शन किया गया जिसमें छात्रों की ओर से आरोप लगाए गए कि यूनिवर्सिटी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है जिसके चलते छात्रों को नॉट प्रमोट किया गया वहीं यूनिवर्सिटी का कहना है कि नई शिक्षा निति के तहत हुए बदलाव को छात्र समझ नहीं पा रहे है जिसका खामियाजा उन्हे उठाना पड़ रहा है फिलहाल राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रों को राहत देने के उदेश्य से 2 दिसंबर को एकड़मिक काउसिल की बैठक आयोजित कर रहा है जिसमें सेमेस्टर एग्जाम में नॉट प्रमोट छात्रों पर बड़ा फैंसला लिया जा सकता है

नई शिक्षा निति के तहत हुई सेमेस्टर एग्जाम छात्रों के हित में नहीं रही ये परिणाम दिखा रहे है लेकिन फिलहाल राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव करने जा रही है जो कि एकडमिक काउसिल की बैठक में होगे