शहरों के विकास पर खर्च होंगे 19 हजार करोड़ रुपए, परियोजना लागू होने से बस एक कदम दूर, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः प्रदेश के शहरों के विकास की 19 हजार करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी परियोजना लागू होने से बस एक कदम दूर है. प्रदेश की भजनलाल सरकार की इस बहु प्रतीक्षित परियोजना को केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्रालय और नीति आयोग ने मंजूरी दे दी है. इस परियोजना में किन शहरों में क्या होगा काम. 

राजस्थान अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट प्रोजेक्ट (RUIDP) के पांचवे चरण में प्रदेश भर के लगभग सभी शहरों में विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों में 19 हजार 154 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसमें 13 हजार 404 करोड़ रुपए का ऋण विश्व बैंक और एशियन विकास बैंक से लिया जाएगा. शेष 5 हजार 745 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार वहन करेगी. कुल 13 हजार 404 करोड़ रुपए के ऋण में से एशियन विकास बैंक 10 हजार 959 करोड़ का ऋण और विश्व बैंक 2 हजार 445 करोड़ रुपए का ऋण देगा. दोनों बैंको ने ऋण देने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है. आरयूआईडीपी के इस चरण में प्रदेश भर के लगभग सभी शहरों को शामिल किया गया है.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की स्वीकृति के बाद इस परियोजना का प्रस्ताव मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार को भेजा गया. केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्रालय और नीति आयोग ने आरयूआईडीपी के पांचवें चरण को मंजूरी दे दी है. इसी महीने केन्द्र सरकार के ही डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनोमिक अफेयर की बैठक होने वाली है. इस बैठक में मंजूरी के बाद आरयूआईडीपी के पांचवें चरण के लिए राज्य सरकार  विश्व बैंक और एशियन विकास बैंक से ऋण लेकर  परियोजना का काम शुरू कर सकेगी. आरयूआईडीपी के इस पांचवे चरण के तहत शहरों के विकास को लेकर मौजूदा वित्तीय वर्ष की बजट घोषणाओं को भी लागू किया जाएगा. आपको बताते हैं कि इस चरण में कौनसी बजट घोषणाओं पर मोके पर काम शुरू किया जाएगा.

बजट घोषणाएं जिन पर RUIDP के पांचवे चरण में होगा काम
-जयपुर,कोटा,जोधपुर,बीकानेर,अजमेर,भरतपुर सहित 18 शहरों में जलापूर्ति के कार्यों पर 1650 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-पाली,बासवाड़ा,श्रीगंगानगर,टोंक,झुंझुनू,कुचामन सहित 11 शहरों में  सतत जलापूर्ति के गुणात्मक संवर्धन कार्यों पर 275 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-उदयपुर,चुरू,दूदू,बगरू,नसीराबाद,गुलाबपुरा,मुण्डावर,खैरथल,बहरोड़ सहित 51 शहरों में जलापूर्ति के सर्विस लेवल,
-सप्लाई अंतराल व प्रेशर में सुधार संबंधी कार्यों में 1200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में समावेशी विकास,पलायन की रोकथम सीवरेज,ड्रेनेज,सेनिटेशन, व वेस्ट डिस्पोजल के कार्य किए जाएंगे
-12 हजार 50 करोड़ की लागत की सात वर्षों की अवधि वाली पंडित दीनदयाल उपाध्यय शहरी विकास योजना के तहत ये कार्य किए जाएंगे
-296 शहरों में वेस्ट वाटर मैनेजमेंट तथा इससे ट्रीटेड वाटर का उपयोग करने का कार्य होगा
-दहलावास ट्रीटमेंट प्लांट के ट्रीटेट वाटर को उपयोग में लिया जाएगा
-हिंगौनिया गौशाला जयपुर को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से 20 एमएलडी पानी दिया जाएगा
-जयपुर,अजमेर,विराटनर,बयाना,कांमा,बांदीकुई,बसवा,सूरजगढ़,नाथद्वारा,लक्ष्मणगढ़ अलवर,कोटा,खींवसर,सांचौर,
-पुष्कर,हनुमानगढ़ व संभागीय मुख्यालयों सहित 75 शहरों में सीवरेज अंतराल को चरणबद्ध तरीके से कवर किया जाएगा
-समस्त संभागीय मुख्यालयों में कॉम्पिहैंसिव मोबिलिटी प्लान बनाया जाएगा
-समस्त संभागीय मुख्यालयों के साथ चाकसू,फुलेरा,दौसा,अजीतगढ़,बिलाड़ा,केशोरायपाटन सहित 32 शहरों में ठोस कचरा प्रबंधन सभी कार्य किए जाएंगे
-14 बड़े शहरों सहित 42 सैटेलाइट टाउन्स में पर्यटन हैरिटेज,कंमांड कंट्रोल सेंटर व बाढ़ प्रबंधन कार्य किए जाएंगे
-निजी औद्योगिक पार्कों में कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP)की स्थापना में सहयोग किया जाएगा

आरयूआईडीपी के पांचवे चरण में राज्य सरकार की बजट घोषणाओं और उनमें शामिल शहर तो हैं ही लेकिन इनके अलावा और भी शहरों में किए जाने वाले कार्य शामिल हैं. आरयूआईडीपी के पांचवे चरण में शहरों में पेयजल आपूर्ति, वेस्ट वाटर  मैनेजमेंट, सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट, बाढ़ राहत, शहरी परिवहन,हैरिटेज व पर्यटन संबंधी कार्य किए जाएंगे. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इंटर डिपार्टमेंटल हाई पावर स्टेट लेवल स्टैडिंग कमेटी की बैठक में राज्य सरकार की इस चरण को लेकर औपचारिक स्वीकृति दी गई. इस बैठक में इस परियोजना को अंतिम रूप दिया गया. आपको बताते हैं कि मौटे तौर पर परियोजना के तहत किन-किन विकास कार्यों पर राशि खर्च की जाएगी

-आरयूआईडीपी के पांचवे चरण में पेयजल आपूर्ति पर 5246.17 करोड़ रुपए खर्च होंगे
-वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट में 6662.26 करोड़ रुपए,बाढ़ प्रबंधन के कार्यां पर 500.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे
-कमांड एंड कंट्रोल सेंटर,हैरिटेज और पर्यटन संबंधी कार्यों पर 701.05 करोड़ रुपए खर्च होंगे
-कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लागने पर 870 करोड़ रुपए,ठोस कचरा प्रबंधन पर 650.19 करोड़ रुपए और
-शहरों में परिवहन सुधार पर 2021.75 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-सबसे अधिक राशि वेस्ट वाटर मैनेजमेंट पर खर्च की जाएगी
-पेयजल की बचत के लिहाज से वेस्ट वाटर के उपयोग को लेकर इस चरण में खास फोकस किया गया है
-मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पेयजल आपूर्ति संबंधी कार्य जलदाय विभाग से कराने और
-हैरिटेज व पर्यटन संबंधी कार्य पर्यटन विभाग से कराने का फैसला किया गया
-लेकिन इन कार्यों की मॉनिटरिंग आरयूआईडीपी की ओर से की जाएगी

फर्स्ट इंडिया न्यूज की इस एक्सक्लुसिव रिपोर्ट की पहली कड़ी में आरयूआईडीपी के पाचवे चरण और इसके तहत क्रियान्वित की जाने वाली बजट घोषणाओं का लेकर जानकारी दी गई. अगली कड़ी में आपको विस्तृत तौर पर बताएंगे कि किन शहरों में क्या विकास कार्य किए जाएंगे.

केन्द्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स की बैठक में मंजूरी के बाद प्रदेश भर के शहरों के विकास पर पर 19 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. प्रदेश की भजनलाल सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना में किस शहर में कौन से विकास कार्य किए जाएंगे.

शहरों में आधारभूत सुधार और उनमें रहने वाले लोगों को गुणवत्तापूर्ण जीवन उपलब्ध कराने के लिहाज से आरयूआईडीपी का यह पांचवा चरण प्रस्तावित किया गया है. केन्द्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स की इस महीने होने वाली बैठक में मंजूरी के बाद रूडसिको की ओर से इस चरण के विभिन्न कार्यों की अलग-अलग विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी. डीपीआर तैयार होने के बाद निविदा जारी कर फर्म का चयन किया जाएगा. अनुबंधित फर्म मौके पर काम शुरू कर देगी. राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत बड़े शहरों के साथ ही उनके 42 सैटेलाइट टाउन्स सहित प्रदेश भर के 296 शहरों को शामिल किया गया है. आपको बताते हैं कि आरयूआईडीपी के पांचवे चरण में कुल लागत 19 हजार 154 करोड़ रुपए के तहत किन शहरों में क्या काम किए जाएंगे--

पेयजल आपूर्ति के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के अस्सी शहरों में 5246.17 करोड़ रुपए की लागत से पेयजल आपूर्ति से जुड़े कार्य किए जाएंगे
-इनमें शामिल 29 शहरों में निर्धारित समय पर पेयजल आपूर्ति के काम हाथ में लिए जाएंगे
-इन 29 में से 18 शहर जयपुर,कोटा,जोधपुर,बीकानेर,अजमेर,भरतपुर,सीकर,खाटूश्यामजी,पुष्कर,केकड़ी,चित्तौड़गढ़,
-भीलवाड़ा,जैसलमेर,बारां,झालावाड़,राजसमंजद,डीडवाना और बूंदी में पेयजल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में सुधार किया जाएगा
-इसके तहत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में पानी की बर्बादी रोकने और उसकी मीटरिंग संबंधी कार्य किए जाएंगे
-29 में से शेष 11 शहर पाली,बांसवाड़ा,श्रीगंगानगर,टोंक,झुंझुनू,कुचामन,निम्बाहेड़ा,बालोतरा,सिरोही और
-डूंगरपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से पेयजल की मांग पता करने,लीकेज सुधार और रखरखाव संबंधी कार्य किए जाएंगे
-कुल अस्सी में से शेष 51 शहरों में पेयजल आपूर्ति के नेटवर्क को बढ़ाया जाएगा
-इन 51 शहरों में उदयपुर,चुरू,दूदू,बगरू,जोबनेर, रींगस, चौमूं, बस्सी, चाकसू शाहपुरा जयपुर, फुलेरा,
-श्रीमाधोपुर, दौसा,अजीतगढ़,ब्यावर,किशनगढ़,नसीराबाद,विजयनगर, गुलाबपुरा, बालेसर सातन, पीपाड़ सिटी, सोजत बिलाड़ा, कैथून, केशोरायपाटन, रामगंज मंडी, सांगोद, -डीग,नदबई कुम्हेर,नगर,खेड़ली, बयाना,आमेट,टोडारायसिंह, मालपुरा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, अलवर,
-बाड़मेर जालौर प्रतापगढ़ बहरोड खैरथल तिजारा कोटपूतली फलोदी नागौर और सलूंबर शामिल हैं

वेस्ट वाटर मैनेजमेंट के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश भर के सभी 296 शहरों में 6662.26 करोड़ रुपए की लागत से वेस्ट वाटर के दुबारा उपयोग के काम किए जाएंगे
-इनमें से 75 शहरों में सीवरेज नेटवर्क बढ़ाया जाएगा और मकानों के सीवर कनेक्शन किए जाएंगे
-सीवरेज नेटवर्क को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा
-इन 75 शहरों में अजमेर,अलवर,बांसवाड़ा,बांरा,ब्यावर,भरतपुर,भीलवाड़ा,भिवाड़ी,बीकानेर,बूंदी,चित्तौड़गढ़,चुरू,धौलपुर,गंगापुर सिटी,
-हनुमानगढ़,हिंडौनसिटी,जयपुर,झुंझुनू,जोधपुर,किशनगढ़,कोटा,मकराना,नागौर,पाली,सवाई माधोपुर,श्रीगंगानगर,सीकर,सुजानगढ़,
-टोंक,उदयपुर,आबूरोड़,बाड़ी,बालोतरा,बाड़मेर,डीडवाना,फतेहपुर,जैसलमेर,जालौर,झालावाड़,करौली,
-कुचामन,लांडनूं, लक्ष्मणगढ़,नवलगढ़,निम्बाहेड़ा,नोखा,राजसमंद,रतनगढ़,सरदारशहर, सूरतगढ़,बड़ी सादड़ी,
-भादरा,चिड़ावा,डूंगरपुर,फतेह नगर,जैतारण,झालरापाटन,खेतड़ी,कुशलगढ़,मंडावा,माउंट आबू,नगर,
-नाथद्वारा,प्रतापगढ़,रामगढ़ शेखावाटी,सिरोही,सुमेरपुर,भीनमाल,बिलाड़ा,केशोरायपाटन,पीपाड़ सिटी,पुष्कर,
-रावतभाटा,सांगवाड़ा और श्रीमाधोपुर शामिल हैं
-शेष 221 शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे ताकि ट्रीटेड वाटर का दुबारा उपयोग किया जा सके

ठोस कचरा प्रबंधन के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के चार बड़े शहर जयपुर,जोधपुर,कोटा व भरतपुर
-और 28 सैटेलाइट टाउन्स में ठोस कचरा प्रबंधन,पुराने कचरों के बड़े ढेरों के निस्तारण,
-ट्रांसफर स्टेशन,सेनेटरी लैंडफिल,जीरो वेस्ट मॉडल,वेस्ट मैनेजमेंट संबंधी कार्य किए जाएंगे
-इन कार्यों पर 650.19 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-इन चार बडे़ शहरों के 28 सैटेलाइट टाउन्स में जयपुर के दूदू,चौमूं,बस्सी,बगरू,चाकसू,जोबनेर,फुलेरा,दौसा,
-शाहपुरा,रींगस,श्रीमाधोपुर,खाटूश्यामजी व अजीतगढ़ शामिल हैं
-जोधपुर के सैटेलाइट टाउन्स पीपाड़ सिटी,बिलाड़ा,सोजत व बालेसर सातन,
-कोटा के बूंदी,कैथून,केशोरायपाटन,रामगंजमंडी, व सांगोद,
-और भरतपुर के सैटेलाइट टाउन्स डीग,कुम्हेर,नदबई,खेड़ली व बयाना शामिल हैं

शहरी परिवहन में सुधार के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के सात संभागीय मुख्यालय में रिमॉडलिंग ऑफ रोड्स,इंटरसेक्शन इंम्पूवमेंट,
-ग्रेड सेपरेटे एंड एडग्रेड ट्रैफिक सौल्यूशन,मोटराइज्ड व नॉन मोटराईज्ड ट्रैफिक सोल्यूशन्स,
-पार्किंग स्थलों का विकास और कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान तैयार किया जाएगा
-जयपुर,जोधपुर,कोटा,भरतपुर,बीकानेर,उदयपुर व अजमेर में होंगे ये काम
-इन कार्यों पर 2021.75 करोड़ रुपए खर्च होंगे