VIDEO: रवनीत सिंह बिट्टू बने राज्यसभा सांसद, संसद में मजबूत होगी राजस्थान की आवाज, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान के राज्यसभा चुनावों में एक सीट पर हुए उपचुनाव को बीजेपी ने निर्विरोध जीत लिया. पंजाब के नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज सांसद चुन लिए गए. चुनावों से जुड़े रिटर्निंग अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने बिट्टू को निर्वाचित घोषित कर दिया.

राज्यसभा उप चुनाव के लिए राजस्थान में एक सीट पर उपचुनाव हुआ. जब चुनाव में उम्मीदवार चुनने की घड़ी आई तब ये कहा जा रहा था कि पंजाब के नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को हरियाणा से भेजा जाएगा और ज्योति मिर्धा को राजस्थान से लेकिन किरण चौधरी के बीजेपी में आने और हरियाणा चुनावों के कारण पूरे समीकरण बदल गए. फिर क्या ज्योति मिर्धा का टिकट कट गया और रवनीत सिंह बिट्टू हरियाणा की जगह राजस्थान की सेफ सीट पर आ गए. बिट्टू की राजस्थान से राह आसान तब और हो गई जब कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार ही उनके सामने नहीं उतारा राजस्थान विधान सभा के प्रमुख सचिव और निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने निर्वाचित प्रत्याशी रवनीत सिंह के अधिकृत निर्वाचन अभिकर्ता की ओर से प्रमाण-पत्र लेने के लिए अधिकृत बीजेपी नेता  योगेन्द्र सिंह तंवर को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया.

बिट्टू के कारण अब मोदी मंत्रिपरिषद में राजस्थान का बोलबाला दिखेगा. भूपेंद्र यादव,गजेंद्र सिंह शेखावत ,अर्जुन राम मेघवाल और भागीरथ चौधरी पहले से ही केंद्रीय मंत्री है अब बिट्टू के राजस्थान से सांसद बनने के बाद मरू भूमि के कोटे से मोदी सरकार में पांच मंत्री हो गए. पांचों मिलकर राजस्थान के विकास में भागीदारी दे सकते है. इनमें केंद्रीय पर्यावरण,वन और जलवायु संस्कृति के पद पर है भूपेंद्र यादव, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री है गजेंद्र सिंह शेखावत,केंद्रीय कानून,न्याय और संसदीय कार्य राज्य मंत्री है अर्जुन राम मेघवाल, मेघवाल के पास कानून और न्याय मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार है. साथ ही भागीरथ चौधरी है केंद्रीय कृषि और कल्याण राज्य मंत्री बिट्टू के पास है केंद्रीय रेल और खाद्य वितरण राज्य मंत्री के मंत्रालय है.

रवनीत सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाने के पीछे का मकसद है बीजेपी को पंजाब में मजबूत करना इसलिए कांग्रेस के कद्दावर फेस रवनीत सिंह बिट्टू को बीजेपी में लाया गया था. रवनीत सिंह बिट्टू उस परिवार से आते है जिस परिवार ने आतंकवाद का दंश झेला, बिट्टू के दादा चौधरी बेअंत सिंह शहीद हो गए थे. बेअंत सिंह ने पंजाब के सीएम रहते हुए आतंकवाद के खात्मे के लिए काम किया था. रवनीत सिंह बिट्टू के कारण राजस्थान के सिक्ख बहुल इलाके में लाभ हो सकता है.