जयपुरः महात्मा गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी का 7वां दीक्षांत समारोह सीतापुर स्थित कैम्पस में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शिरकत की और कहा कि चिकित्सा सेवा का क्षेत्र है तथा सेवा अर्थ से नहीं मन की शांति से जोड़ी जाती है. ऐसे में, चिकित्सकों द्वारा मानवता की सेवा का महती कार्य किया जा रहा है. उन्होंने विद्यार्थियों से आशा व्यक्त की वे अपने चिकित्सकीय ज्ञान और कौशल को उपयोग समाज की बेहतरी के लिए करेंगे.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम की शुरूआत में अस्पताल में साइबर नाइफ एस7, पैट स्कैन मशीन और नवस्थापित हेमेटोलॉजी टॉवर का शुभारम्भ किया. इस दौरान शर्मा ने कहा कि हमने इस वर्ष के बजट में 27 हजार 660 करोड़ रुपये अर्थात बजट का 8.26 प्रतिशत हिस्सा केवल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को समर्पित किया है. प्रदेशवासियों की सेहत हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने मेडिकल की विभिन्न डिग्री प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा की महात्मा गांधी अस्पताल चिकित्सा सेवा एवं मानव सेवा के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान डिजिटल हैल्थ मिशन के माध्यम से प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत चिकित्सकीय बुनियादी ढ़ाचे को बेहतर बना रही है, जिसमें हैल्थ सेक्टर में 3 वर्ष में 15 हजार करोड़ के कार्य करवाये जायेगें. साथ ही, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत 5 लाख तक का निःशुल्क इलाज उपलब्ध हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने से मेडिकल टूरिज्म तेजी से बढ़ा है. ऐसे में, मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पॉलिसी के माध्यम से इसको और विस्तार मिलेगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को पूर्ण इलाज उपलब्ध करवाने के लिए काम कर रही है.
कार्यक्रम में शर्मा ने कहा की आगामी 9 से 11 दिसम्बर में आयोजित होने वाली राइजिंग राजस्थान समिट के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र सहित हर क्षेत्र में निवेश लाया जा रहा है. इस समिट के लिए अभी तक 25 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि राजनिवेश पोर्टल पर चिकित्सा से जुड़े 57 हजार करोड़ रुपये से अधिक के 300 निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं, जिससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 6 लाख लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मेडिकल की विभिन्न डिग्रियों से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइसेंज (एमजीयूएमएसटी) के संस्थापक एम. एल. स्वर्णकार, एमजीयूएमएसटी के चेयरपर्सन डॉ. विकास चन्द्र स्वर्णकार सहित अधिकारीगण, चिकित्सक तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे.