जयपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ आज मनाया जा रहा है. आज डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. सूर्य की उपासना और 36 घंटों के सबसे कठिन निर्जला व्रत के तप का एक अनूठा संगम है.
जानिये छठ व्रत की पूजा विधि:
छठ पूजा के लिए दो बड़े बांस की टोकरी ले जिन्हें पथिया और सूप के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही डगरी, पोनिया, ढाकन, कलश, पुखार, सरवा भी जरूर रख लें. बांस की टोकरी में भगवान सूर्य को अर्पित करने वाला भोग रखा जाता है. जिनमें ठेकुआ, मखान, अक्षत, भुसवा, सुपारी, अंकुरी, गन्ना आदि चीजें शामिल है.
इसके अलावा टोकरी में पांच प्रकार के फल जैसे शरीफा, नारियल, केला, नाशपाती और डाभ (बड़ा वाला नींबू) रखा जाता है. इसके साथ ही टोकरी में पंचमेर यानी पांच रंग की मिठाई रखी जाती है. जिन टोकरी में आप छठ पूजा के लिए प्रसाद रख रहे हैं. उन पर सिंदूर और पिठार जरूर लगा ले. छठ के पहले दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. जिसे संध्या अर्घ्य के नाम से जाना जाता है.