ब्रह्मपुत्र पर सबसे बड़ा बांध बनाएगा चीन, दैत्याकार बांध का कर सकता है गलत इस्तेमाल

ब्रह्मपुत्र पर सबसे बड़ा बांध बनाएगा चीन, दैत्याकार बांध का कर सकता है गलत इस्तेमाल

नई दिल्ली: भारत और चीन के रिश्तों अब काफी ठीक होने लगे हैं. क्योंकी हालही में चीन एलएससी से पीछे हट गया. लेकिन दूसरी ओर अब चीन की दूसरा खेल खेलता हुए नजर आ रहा है. चीन अब ब्रह्मपुत्र पर सबसे बड़ा बांध बनाने जा रहा है. 

यह बांध धरती की स्‍पीड धीमी करने वाले थ्री जॉर्ज से भी ज्‍यादा शक्तिशाली होगा. चीन सरकार इस बांध को बनाने के लिए 137 अरब डॉलर खर्चा करेगी. भारत में इस नदी को ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक इस दैत्याकार बांध का चीन गलत इस्तेमाल कर सकता है. इसे हथियार की तरह इस्‍तेमाल कर भारत के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों में बाढ़ भी ला सकता है.

इसके अलावा अगर यह बांध बन जाता है तो चीन इस बांध से इतना बिजली पैदा करेगा कि उसका देश और चमक उठेगा. इसलिए चीन के इस चाल से भारत को सचेत रहने की काफी ज्यादा जरूरत है.

बता दें कि करीब 75 साल पहले  चीन द्वारा कब्जाए गए तिब्बत में ये बांध बनेगा. यह दुनिया की किसी भी पावर परियोजना से कई गुना अधिक महंगा और विशाल होगा. भारत की ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत में पहुंचकर यारलुंग त्‍सांगपो के नाम से जानी जाती है. इसी नदी पर चीन दुनिया का सबसे बड़ा और महंगा डैम बनने जा रहा है.