लोकसभा में संविधान चर्चा; प्रियंका गांधी ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- एक व्यक्ति को बचाने के लिए 142 करोड़ लोग नकारे जा रहे

लोकसभा में संविधान चर्चा;  प्रियंका गांधी ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- एक व्यक्ति को बचाने के लिए 142 करोड़ लोग नकारे जा रहे

नई दिल्ली: लोकसभा में संविधान पर चर्चा की जा रही है. भाजपा की तरफ से राजनाथ सिंह का भाषण हुआ. इसके बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि भारत में संवाद, चर्चा की परम्परा है. वाद-विवाद और संवाद हमारी संस्कृति है. स्वतंत्रता संग्राम अहिंसा-सत्य पर आधारित संविधान ही हमारी आवाज है. संविधान इंसाफ, उम्मीद की ज्योत है. संविधान ने हमें सरकार बनाने, बदलने का अधिकार दिया है. आजादी की लड़ाई में हर वर्ग शामिल था. उस लड़ाई से निकली आवाज ही संविधान है.

संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है. बाबा आंबेडकर, मौलाना आजाद जी और जवाहरलाल नेहरू जी और उस समय के तमाम नेता इस संविधान को बनाने में सालों जुटे रहे. हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है. इसने हर भारतीय को ये पहचानने की शक्ति दी कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है. जब वो आवाज उठाएगा तो सत्ता को उसके सामने झुकना पड़ेगा. इस संविधान ने हर किसी को अधिकार दिया कि वो सरकार बना भी सकता है और बदल भी सकता है.

संविधान सुरक्षा कवच है:
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा संविधान सुरक्षा कवच है. ऐसा सुरक्षा कवच जो नागरिकों को सुरक्षित रखता है. यह न्याय का, एकता का, अभिव्यक्ति के अधिकार का कवच है. यह दुखद है कि 10 साल में सत्ता पक्ष के बड़े-बड़े दावे करने वाले साथियों ने इस कवच को तोड़ने की पूरी कोशिश की है. संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा करता है. ये वादे सुरक्षा कवच हैं और इन्हें तोड़ने का काम शुरू हो गया है. लेटरल एंट्री और निजीकरण के ज़रिए यह सरकार आरक्षण को कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है.

संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी:
उन्होंने आगे कहा कि संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी. जाति जनगणना आज देश की मांग है. जाति जनगणना से लोगों की स्थिति पता चलेगी. जाति जनगणना से नीतियां बनाने में मदद मिलेगी. जातीय जगगणना पर ये मंगलसूत्र की बात करते हैं.

सरकार आरक्षण को कमजोर कर रही है:
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार आरक्षण को कमजोर कर रही है. ये पूर्ण बहुमत से आते तो संविधान बदल देते. नेहरू को किताबों से हटाया जा रहा है. नेहरू को देश के दिल से नहीं हटा सकते. सत्ता के लोग सिर्फ अतीत की बात करते हैं. सत्ता पक्ष वर्तमान की बात करे. देश को बताइये आपकी क्या जिम्मेदारी है.

नारी शक्ति अधिनियम लागू क्यों नहीं करते:
प्रियंका ने आगे कहा कि नारी शक्ति अधिनियम लागू क्यों नहीं करते हैं. वायनाड से लखीमपुर तक किसान परेशान हैं. किसानों को MSP तो छोड़िए DAP तक नहीं मिलता. कृषि कानून उद्योगपति के हित में बने हैं. एक व्यक्ति के लिए नियमों को बदला जा रहा है. एक व्यक्ति को बचाने के लिए 142 करोड़ लोग नकारे जा रहे हैं.