VIDEO: SMS मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स-डे का आयोजन, कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि CM भजनलाल शर्मा ने की शिरकत, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : डॉक्टर्स डे के मौके पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज परिसर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. जयपुर मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सूबे के मुखिया भजनलाल शर्मा ने शिरकत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सतत् प्रयासों से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार आया है और वे देशभर में मिसाल बन रही हैं. गांव-ढाणी से कस्बों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं और हम निरामय राजस्थान के संकल्प की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. उन्होंने प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सक्रिय योगदान देने के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स-डे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन उत्कृष्ट चिकित्सक के रूप में मानवता की सेवा में अभूतपूर्व योगदान देने वाले डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों को भगवान के समान माना गया है, क्योंकि वे अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को नया जीवन देते हैं. कोरोना महामारी के दौरान भी डॉक्टरों ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत डेढ़ वर्ष के अल्प समय में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करते हुए गांव-ढाणी तक मजबूत चिकित्सा तंत्र की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. हमारी सरकार ने अपने पहले बजट में ही स्वास्थ्य के लिए 27 हजार 660 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था, जो कि बजट का 8.26 प्रतिशत था. यह राज्य सरकार की स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता दिखाता है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में किसी भी बजट में स्वास्थ्य को 6 प्रतिशत से अधिक बजट नहीं दिया. 

शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने बिना पर्याप्त वित्तीय प्रावधान के कई योजनाएं शुरू की. जिसके कारण शहरों के साथ-साथ गांव-ढाणी तक चिकित्सा का ढांचा दयनीय स्थिति में पहुंच गया था. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की नीतिगत खामियों और क्रियान्वयन में रही लापरवाही के कारण प्रदेशवासियों को इसका लाभ नहीं मिल सका. पूर्ववर्ती सरकार ने इस योजना में केवल 1 हजार 800 पैकेज ही शामिल किए, जिनके कारण कई रोगों का उपचार नहीं हो सका. लेकिन हमारी सरकार ने रोगियों की पीड़ा को समझते हुए चिरंजीवी योजना की खामियों को दूर कर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (मा) योजना लागू की. इसमें अब ऐलोपैथी से लेकर आयुष पद्धति और सामान्य बीमारियों से लेकर ट्रांसप्लांट और रोबोटिक सर्जरी तक उपचार की सुविधा मिल रही है. मा योजना में 2 हजार 300 से अधिक पैकेज शामिल किए गए हैं. उन्होंने कहा कि योजना में प्रतिदिन करीब 8 हजार मरीजों को उपचार मिल रहा है. साथ ही, इस योजना के लिए 3 हजार 500 करोड़ रुपये का कोष भी बनाया गया है. 

-सीएम ने चिकित्सकों के बीच रखी सरकार की उपलब्धियां
-बात डॉक्टर्स डे पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से जुड़ी
-मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल का किया जिक्र
-उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के पहले एक वर्ष में एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र,
-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्रमोन्नत नहीं किया गया
-ना ही किसी नए पीएचसी, सीएचसी, उप जिला अस्पताल, जिला अस्पताल,
-सेटेलाइट अस्पताल या ट्रोमा सेंटर की स्थापना कर जनता को राहत दी गई
-जबकि हमारी सरकार ने डेढ साल में ही 19 नए उप स्वास्थ्य केंद्र और
-10 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना कर चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाया
-इसके अलावा 49 उप स्वास्थ्य केंद्रों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और
-43 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सीएचसी में क्रमोन्नयन किया
-उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 47 उप जिला चिकित्सालय, 12 जिला अस्पताल,
-8 सेटेलाइट अस्पताल तथा 6 नवीन ट्रोमा सेंटर भी खोले हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के दृष्टिगत राज्य सरकार ने चिकित्सा क्षेत्र में 24 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां की हैं. करीब 26 हजार भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं. साथ ही, 5 नए मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ किए गए हैं. इसी वर्ष टोंक एवं जैसलमेर के मेडिकल कॉलेज भी प्रारंभ हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आरयूएचएस अस्पताल के लिए 700 करोड़ रुपये का प्रावधान कर इसे रिम्स (राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) के रूप में विकसित कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के अंतर्गत 15 हजार करोड़ रुपये के निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं. राज्य सरकार मा-वाउचर योजना शुरू कर गांव-कस्बों में गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी की सुविधा भी उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 6 करोड़ 23 लाख से अधिक आभा आईडी बनाई जा चुकी है. आभा आईडी बनाने में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है. 

चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्राथमिकता के साथ कदम बढ़ा रही है. चिकित्सकों के कल्याण के लिए निरंतर निर्णय लिए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में चिकित्सा विभाग को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. विभाग में विभिन्न पदों पर भर्तियों से गांव ढाणी तक स्वास्थ्य का ढांचा मजबूत हो रहा है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग में हमने पारदर्शी, ईमानदार और शुचितापूर्ण व्यवस्था लागू की है.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को समाज में योगदान एवं उत्कृष्ठ कार्यों के लिए प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया. समारोह में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दीपक माहेश्वरी, जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जगदीश मोदी और सचिव डॉ अनुराग तोमर सहित एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी और चिकित्सकगण उपस्थित रहे.