जस्टिस केआर श्रीराम बने राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने दिलाई शपथ

जस्टिस केआर श्रीराम बने राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने दिलाई शपथ

जयपुरः जस्टिस केआर श्रीराम राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश बने. राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, विधि मंत्री जोगाराम पटेल मौजूद रहे. 

शिपिंग और अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानून में विशेषज्ञता हासिलः
जस्टिस के आर श्रीराम 28 सितंबर, 1963 को मुंबई में जन्मे हैं. मुंबई विश्वविद्यालय से वित्तीय लेखा और प्रबंधन में बीकॉम के बाद LLB की डिग्री हासिल की. जिसके बाद जस्टिस केआर श्रीराम ने किंग्स कॉलेज लंदन से LLM की डिग्री हासिल की. 3 जुलाई, 1986 को महाराष्ट्र और गोवा की बार काउंसिल में अपना नामांकन कराया था. वरिष्ठ अधिवक्ता एस. वेंकटेश्वर के चेंबर में वकालत की शुरुआत की. जस्टिस केआर श्रीराम ने 1997 में स्वयं का चैंबर शुरू किया था. जस्टिस श्रीराम को शिपिंग और अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानून में विशेषज्ञता हासिल है.  

राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ लीः
सुप्रीम कोर्ट और मुंबई हाईकोर्ट सहित कई हाईकोर्ट में वकालत की हैं. 21 जून, 2013 को मुंबई हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदस्थ हुए. 2 मार्च, 2016 को मुंबई हाईकोर्ट में स्थाई न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की गई. 21 सितंबर, 2024 को मद्रास हाईकोर्ट के CJ के रूप में नियुक्त किया गया. 27 सितंबर, 2024 को मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया. और आज 21 जुलाई, 2025 को राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ ली.