नई दिल्लीः देश में 4जी नेटवर्क के बाद अब 5 जी का मार्केट तेजी से ग्रो कर रहा है. व्यस्त जिंदगी में आम लोगों से लेकर कंपनियों के लिए ये एक उपयोगी साधन भी साबित हो रहा है. जिसकी गवाही अब आंकड़े दे रहे है. देश में 5जी मोबाइल कस्टमर्स का बेस 2023 में 130 मिलियन रहा था जिसकी संख्या बढ़कर 2029 तक 860 मिलियन मतलब 86 करोड़ तक जा सकती है. जो कि एक बड़े पैमाने पर बिजनेस को भी विकसित करेगा.
प्रभुदास लीलाधर ने देश के टेलीकॉम मार्केट को लेकर एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया के टॉप पांच टेलीकॉम मार्केट में शामिल है जिसका कस्टमर बेस 2.9 फीसदी के दर से सालाना बढ़ रहा है. यहां के लोग अधिक डेटा का भी प्रयोग कर रहे है. हालांकि इसमें चौंकाने वाली बात ये है कि हर 100 व्यक्ति में से मोबाइल कस्टमर्स की संख्या के मामले में भारत टॉप पांच देशों में सबसे निचले पायदान पर है. 100 व्यक्ति में से केवल 82.2 ही केवल भारत में वायरलेस कस्टमर्स की संख्या है. ऐसे में अगर दूसरे देशों की तुलना में देखे तो चीन में 125, रूस में 169, अमेरिका में 110, इंडोनेशिया में 115 हर 100 व्यक्ति पर मोबाइल कस्टमर्स की संख्या है. ऐसे में 5जी के डवलमेंट के साथ कस्टमर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी.
इतना ही नहीं डेटा खपत करने के मामले में पूरी दुनिया में भारत सबसे ऊपर है. यहां के लोग सबसे ज्यादा डेटा का यूज करते है. औसतन पांच घंटे लोग डेटा खपत करते है. देश में इंटरनेट कनेक्शन मार्च 2014 में 25.15 करोड़ से बढ़कर मार्च 2023 में 91 करोड़ पर जा पहुंची है. और अब 5जी इसको तेज करने में मददगार साबित होगा.