VIDEO: ACB एक्शन में, जयपुर में अलवर नगर निगम के राजस्व अधिकारी को किया ट्रैप, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: प्रदेश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आ रही है. एक बार फिर ऐसा ही मामला जयपुर में देखने को मिला. जहां पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अलवर नगर निगम के रेवेन्यू ऑफिसर और एक दलाल को रिश्वत देते हुए दबोच लिया.

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम में कार्रवाई करते हुए अलवर नगर निगम के राजस्व अधिकारी और एक प्राइवेट व्यक्ति यानी दलाल को ₹300000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है. गिरफ्तार आरोपियों में राजस्व अधिकारी युवराज युधिष्ठिर मीणा और दलाल मुकेश है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने यह कार्रवाई जयपुर शहर में विधानसभा के पास की परिवादी की कंपनी को UD टैक्स एकत्रित करने का अलवर नगर निगम से टेंडर मिला है. टेंडर की सर्वे रिपोर्ट तैयार करना, डाटा कलेक्शन को वेरीफाई करना और टेंडर प्रक्रिया को पूरी करने की एवज में नगर निगम के रेवेन्यू ऑफिसर युवराज युधिष्ठीर मीणा की ओर से रिश्वत की डिमांड की जा रही है. युवराज युधिष्ठिर ने टेंडर प्रक्रिया की फाइल को आगे नहीं बढ़ाया. इस प्रक्रिया को पूरी करने की आवाज में युवराज युधिष्ठिर ने ₹500000 की डिमांड की. रिश्वत की डिमांड की जाने पर परिवादी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो के हेड क्वार्टर और अलवर में कर डाली. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत मिलने पर मामले का सत्यापन कराया. सत्यापन के दौरान मामला सही पाया गया. रिश्वत की डील ₹300000 में तय हुई.

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रेवेन्यू ऑफिसर युवराज युधिष्ठिर मीणा को अपने जाल में फंसने के लिए योजना बनाई. युवराज युधिष्ठिर मीना मूल रूप से आमेर का रहने वाला है. ऐसे में कंपनी के प्रतिनिधि यानी परिवादी को ₹300000 की राशि लेकर जयपुर के विधानसभा के गेट के पास बुलाया. युवराज युधिष्ठिर मीणा रिश्वत की राशि को लेने के लिए अपने साथ एक दलाल को भी साथ लेकर आया. गाड़ी में युवराज मीना और दलाल मुकेश बैठा हुआ था. ₹300000 की राशि को लेने के लिए युवराज ने दलाल मुकेश को कंपनी के प्रतिनिधि यानी परिवादी के पास भेजा.ठीक उसी वक्त एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मुकेश और युवराज युधिष्ठिर मीणा को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम दोनों आरोपियों को दबोच कर हेड क्वार्टर ले आई और उनसे पूछताछ की. 

 

गिरफ्तारी डालने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने युवराज मीणा के दफ्तर और आवास पर सर्च भी किया. सर्च के दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने भारी मात्रा में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी बैंकों से जुड़ी पासबुक प्रॉपर्टी से जुड़े हुए दस्तावेज बरामद किए हैं. फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम दोनो आरोपियों से पूछताछ कर रही है.