Anta Assembly By Election: शांतिपूर्ण मतदान जारी, सुबह 9 बजे तक लगभग 14.9 प्रतिशत मतदान दर्ज

Anta Assembly By Election: शांतिपूर्ण मतदान जारी, सुबह 9 बजे तक लगभग 14.9 प्रतिशत मतदान दर्ज

बारां: अंता विधानसभा उप चुनाव के लिए मतदान जारी है. अब तक 14.9 प्रतिशत मतदान  हुआ. सुबह से ही मतदाता उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे है. सुबह 9 बजे तक लगभग 14.9 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. निर्वाचन विभाग द्वारा सभी केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई. अंता से भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन तिसाया पहुंचे. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पर मतदान किया. अंता में वोट डालने के बाद भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन ने कहा कि विकास की जीत होगी. भजनलाल सरकार ने विकास के बहुत काम किए. अंता में विकास पर वोट डलेगा. जाति की सियासत यहां नहीं दिखेगी. बीजेपी नेतृत्व का आभार मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को टिकट दिया. पंचायतीराज में जनप्रतिनिधि रहते हुए जनता की सेवा की है.

अंता में विकास की जीत होगी:
वोट डालने के बाद भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन ने कहा कि अंता में विकास की जीत होगी. भजनलाल सरकार ने विकास के बहुत काम किए हैं. अंता में विकास पर वोट डलेगा. जाति की सियासत यहां नहीं दिखेगी. बीजेपी नेतृत्व का आभार मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को टिकट दिया. पंचायती राज में जनप्रतिनिधि रहते मैंने जनता की सेवा की है. मोरपाल सुमन बोले- जनता की सेवा ही मेरी पहली प्राथमिकता है. मैं जातिगत आधार पर चुनाव नहीं लड़ता,36 कौम को साथ लेकर चुनाव लड़ता हूं. प्रधान रहते समय कई विकास कार्य करवाए,जनता के सुख दुख में हमेशा साथ खड़ा रहूंगा. मोरपाल सुमन भगवान देवनारायण मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मतदान केंद्र पहुंचे.

अंता की सरजमीं पर त्रिकोणीय मुकाबला:
बारां के अंता में विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. अंता की सरजमीं पर त्रिकोणीय मुकाबला है. दोनों प्रमुख दलों के दिग्गजों की साख दांव पर है. तीनों प्रमुख उम्मीदवारों में प्रमोद जैन भाया ही विधायक रह चुके है.  बीजेपी उम्मीदवार मोरपाल सुमन पहली बार विधायक चुनाव लड़ रहे है, हालांकि पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े चुनावों को लड़ने का अनुभव है. 

कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी:
कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया पहले भी विधायक रह चुके है. पिछली गहलोत सरकार में मंत्री थे. हालांकि पिछला चुनाव वे बीजेपी के कंवरलाल मीणा से हार गए थे. वहीं नरेश मीणा ने विधानसभा चुनाव तो लड़े लेकिन विधायक नहीं बन पाए. पिछला चुनाव देवली उनियारा का उपचुनाव लड़ा था. चुनाव नहीं जीते लेकिन थप्पड़ कांड के कारण सुर्खियों में आए और जेल भी गए. हालांकि नरेश मीणा RU छात्र संघ के महासचिव रह चुके है.अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए 268 बूथों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है. आज सुबह 7 से 6 बजे तक वोटिंग होगी. विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,28,264 मतदाता मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. जिनमें 1,16,783 पुरुष, 1,11,477 महिलाएं और 4 अन्य मतदाता शामिल है. जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशन में माकूल तैयारी है. वहीं, SP अभिषेक अंदासु के निर्देशन में कड़े सुरक्षा के इंतजाम है.

जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध:
अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किए गए.मतदान केंद्र पर मतदान दल के साथ पुलिस बल की तैनाती है. संवेदनशील और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के जवान तैनात है. कुल 3077 पुलिस कार्मिकों का जाब्ता चुनाव में तैनात किए गए. क्षेत्र में 12 क्विक रेस्पॉन्स टीम, 43 मोबाइल पार्टियां, 43 सेक्टर मजिस्ट्रेट निगरानी रख रहे है. 12 पुलिस सुपरवाइजरी अधिकारी, 12 एरिया मजिस्ट्रेट, 4 वरिष्ठ पुलिस पर्यवेक्षक और 4 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त किए गए. 13 अन्तर्राज्यीय नाके और 5 अन्तर जिला नाके सक्रिय है. नाकों पर सशस्त्र बलों की निगरानी में लगातार चेकिंग की जा रही है. अंता विधानसभा के 268 बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था है. जिला मुख्यालय व रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए. आईटी विभाग, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम 24 घंटे निगरानी रख रही है.

उपचुनाव में शत-प्रतिशत मतदान की अपील:
अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने मतदान की अपील की. आज होने वाले उपचुनाव में शत-प्रतिशत मतदान की अपील की. जिला कलक्टर रोहिताश्व तोमर ने कहा कि जागरूक मतदाताओं की वजह से यहां सभी चुनावों में औसत से अधिक मतदान प्रतिशत की परंपरा रही है. इस चुनाव में भी स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से आम मतदाताओं को आमंत्रित किया गया. सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के हित में बढ़-चढ़ कर मतदान में भाग लेना चाहिए. मतदान एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य होने के साथ हमारे लोकतंत्र की मजबूती का आधार है.