Anta By Election 2025: रुझानों में बीजेपी, कांग्रेस और नरेश मीणा के बीच कांटे का मुकाबला, निर्दलीय उम्मीदवार के प्रदर्शन ने मुख्य दलों को चौंकाया

जयपुर: अंता विधानसभा उप चुनाव के मतदान ने रुझानों को उलझा दिया है. त्रिकोणीय चुनाव में बीजेपी से कांग्रेस और नरेश मीणा मुकाबले में है. नरेश मीणा पूरे मुकाबले को प्रभावित करते नजर आएंगे लेकिन माली वर्ग के बीच हुई जबरदस्त पोलिंग बीजेपी को आगे रख सकती है..वहीं दलित वोट कांग्रेस के साथ खड़े नजर आए है. 5हजार के अंदर हार और जीत का अंतर बताया जा रहा.

अंता विधानसभा उप चुनाव का कौन सिरमौर होगा. इसे लेकर सियासी चर्चाएं तेज है. जहां पहले बीजेपी उम्मीदवार मोरपाल सुमन को विश्लेषक रेस में नहीं मान रहे थे चुनाव के आखिर तक विश्लेषण बदल गया. मोरपाल सुमन के पक्ष पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह की मौजूदगी ने बीजेपी को ताकत दे दी. बीजेपी नेता मान रहे है मोरपाल सुमन चुनाव जीत जाएंगे हालांकि अंतर कम रहेगा.

--- अंता और बीजेपी का गणित ---
मोरपाल सुमन का चुनाव मैनेजमेंट खुद सांसद दुष्यंत सिंह ने संभाला 
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने पूरे समय रहकर चुनावी रणनीति बनाई 
विचार परिवार ने अपना योगदान दिया
चुनी हुई टीम मैदान में डटी थी
कहा जहां करीब 85फीसदी माली वोट मोरपाल के साथ गया 
धाकड़ , ब्राह्मण,राजपूत वोटो का अधिकांश प्रतिशत बीजेपी के पक्ष में रहा
बीजेपी इसी गणित को अपने पक्ष में मानकर नजदीकी जीत बता रही
मोरपाल सुमन की सरल छवि भी कारगर रणनीति का हिस्सा थी 
बीजेपी मान रही है कि नरेश के कारण कांग्रेस मतों में सेंध लगी जो निर्णायक रहेगी 
बीजेपी को लगता है धाकड़ वोट 60 फीसदी मोरपाल को मिलेंगे
बीजेपी कैंप का ये भी मानना विरोधी वोट नरेश मीणा को चले गए जो कांग्रेस को मिल सकते थे 
बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में सीएम भजन लाल शर्मा और वसुंधरा राजे के साझा रोड शो से एकजुटता का सन्देश गया इससे बीजेपी वर्कर बूस्ट हुआ था

--- अंता और कांग्रेस का गणित ---
कूटनीतिक चुनाव में प्रमोद जैन भाया ने मंझा हुआ चुनाव लड़ा
कुशल रणनीतिकार अशोक चांदना को चुनाव का प्रभारी बनाया
पूर्व सीएम गहलोत,सचिन पायलट, पीसीसी चीफ डोटासरा 
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के दौरे हुए
कांग्रेस कैंप का मानना दलित, मुस्लिम वोट कांग्रेस के साथ खड़े नजर आए
मुस्लिमों वोटों को अंतिम समय में कांग्रेस ने रिकवर किया गया ये भी चर्चा
कांग्रेस का मानना बीजेपी माइंड सेट के मीना वोट नरेश मीणा के खाते में चले गए
भाया कैंप का मानना पांच हजार के अंदर कांग्रेस जीत जाएगी
वैसे भी भाया को चुनावी मैनेजमेंट का मास्टर कहा जाता है

--- नरेश मीना का गणित ---
नरेश मीणा ने इस चुनाव को बेहद अलग ढंग से लड़ा
यही कारण है मुकाबला त्रिकोणीय बना
अंता चुनाव में प्रत्येक मतदान केंद्र पर नरेश मीना की टेबल लगी थी
युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने का काम किया
नरेश मीणा लगभग 80फीसदी अपने समाज के ले जा रहे
इतना ही नहीं दलित,मुस्लिम मतों में भी सेंध लगाई है
नरेश मीणा को मीणा के अलावा सभी वर्गों में वोट मिला है
कभी भाया के परम सहयोगी रहे नेता इस चुनाव में नरेश मीणा का मैनेजमेंट देख रहे
नरेश मीणा कैंप का मानना कांग्रेस का परंपरागत वोट लेने में कामयाब
पूरे चुनाव में नरेश मीणा ने अपने चुनावी प्रहार का केंद्र बिंदु बना रखा था प्रमोद जैन भाया को
वहीं नरेश ने चुनाव के दिन भी स्थानीय समस्याओं को उठाया
मीणा की टीम ने सोशल मीडिया का बखूबी इस्तेमाल किया
नरेश मीणा कैंप का विश्लेषण नजदीकी अंतर से चुनाव जीत रहे

रोचक और दिलचस्प हो चुके अंता चुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा ये कह नहीं सकते. विश्लेषण से साफ लगता है कि अगर नरेश मीणा ने कांग्रेस के दलित और मुस्लिम मतों में सेंध लगाई है तो प्रमोद जैन भाया की मुश्किलें बढ़ सकती है. वहीं मूल ओबीसी, धाकड़ और जनरल वोटों में सेंध लगने पर बीजेपी को नुकसान हो सकता है. यूं कह सकते है कि निर्दलीय उम्मीदवार के प्रदर्शन ने मुख्य दलों और चुनावी एक्सपर्ट को चौंकाया है. यही कारण है कि हार जीत के अंतर को कम बताया जा रहा. दौसा उप चुनाव के नतीजों से भी तुलना की जा रही.