जयपुर : श्रीगंगानगर जिले को पेयजल और सिंचाई के पानी की आपूर्ति कर रहे फिरोजपुर फीडर का 100 साल बाद पुनर्निर्माण होगा. और जिले की 25 साल पुरानी मांग को भजनलाल सरकार पूरा करने जा रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे. कितने किलोमीटर तक पुनर्निर्माण होगा और क्या कुछ रहेगा.
पंजाब से निकले फिरोजपुर फीडर की जल प्रवाह क्षमता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 5 दिसंबर को पुनर्निर्माण कार्य का लोकार्पण करेंगे। बड़ी बात यह है कि रखरखाव के अभाव में इस फीडर से जुड़ी नहरों में पानी की कमी होती रही और वर्तमान में 11192 क्यूसेक जल प्रवाह वाले फीडर से 9500 क्यूसेक पानी मिल रहा है. इसके चलते लाखों हेक्टेयर में सिंचाई प्रभावित होती रही है. लेकिन अब 100 साल बाद फीडर को सुधारा भी जाएगा और जल प्रभाव भी पूर्ण क्षमता के साथ किसान के खेत में पहुंचेगा. बताया जा रहा है कि फीडर की क्षमता बढ़ाकर 13 हजार 842 क्यूसेक की जा सकती है.
पश्चिमी राजस्थान के लिए 5 दिसंबर का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है. क्योंकि 5 दिसंबर, 1925 में महाराजा गंगासिंह ने राजस्थान की पहली मानव निर्मित परियोजना गंगनहर का शिलान्यास किया था. तब से आजतक फिरोजपुर फीडर के माध्यम से राजस्थान की नहरों को पानी मिलता रहा और वर्तमान में आवक कम हो चली है. किसानों की 25 साल पुरानी मांग को अब भजनलाल सरकार के प्रयासों से पूरा भी किया जा रहा ताकि 100 साल पुराने नहर तंत्र का पुनर्निर्माण किया जा सके.
-फिरोजपुर फीडर का होगा पुनर्निर्माण
-यह नहर गंगनहर व भाखड़ा सिंचाई प्रणाली का कामन फीडर
-नहर की क्षमता कम होने से सिंचाई का पानी लगातार घट रहा
-पंजाब ने केन्द्रीय जल आयोग को दी थी पुनर्निर्माण की डीपीआर
-परियोजना की कुल लागत 647.62 करोड़ रुपए
-पंजाब की हिस्सेदारी 379.12 करोड़ (58.54 प्रतिशत)
-राजस्थान की हिस्सेदारी 268.50 करोड़ (41.46 प्रतिशत)
-दोनों ही राज्य जारी कर चुके हिस्सेदारी की वित्तीय स्वीकृति
-करीब 61 किलोमीटर में फीडर का होगा पुनर्निर्माण
-दो साल में पूरा होगा फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण
-पुनर्निर्माण से गंगनहर प्रणाली के 3.14 लाख हेक्टेयर और
-भाखड़ा नहर सिंचाई प्रणाली के 2.92 लाख हेक्टेयर सिंचित के किसान होंगे लाभान्वित
-श्रीगंगानगर जिले की 25 साल पुरानी मांग पूरी कर रही भजनलाल सरकार
-वर्तमान में फिरोजपुर फीडर से 11192 की जगह 9500 क्यूसेक पानी मिल रहा
-फीडर की क्षमता बढ़ाकर 13 हजार 842 क्यूसेक की जा सकेगी
-रखरखाव के अभाव में राजस्थान को मिलने वाला पानी लगातार हो रहा कम
-उल्लेखनीय है कि 5 दिसंबर 1925 को गंगनहर का किया था शिलान्यास
फिरोजपुर फीडर की रिलाइनिंग के लिए पंजाब ने केंद्रीय जल आयोग को पुनर्निर्माण डीपीआर सौंपी थी. स्वीकृति के बाद राजस्थान और पंजाब ने अपने हिस्से की वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी. पंजाब की हिस्सेदारी 379.12 करोड़ (58.54 प्रतिशत) और राजस्थान की हिस्सेदारी 268.50 करोड़ (41.46 प्रतिशत) की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई। बतादें कि करीब 61 किलोमीटर तक पुनर्निर्माण किया जाएगा.जल संसाधन विभाग की मानें तो दो साल में पूरा होगा फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण. पुनर्निर्माण से गंगनहर प्रणाली के 3.14 लाख हेक्टेयर और भाखड़ा नहर सिंचाई प्रणाली के 2.92 लाख हेक्टेयर सिंचित के किसान लाभान्वित होंगे.
फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण निश्चित तौर पर लाखों किसानों को उनके हक का पूरा पानी दे सकेगा. 10 साल बाद भजनलाल सरकार राजस्थान के हिस्से का पूरा पानी किसान के खेत तक पहुंचाएगी. देखने वाली बात यह रहेगी कि दो साल के दौरान कितनी बार नहरबंदी करनी पड़ेगी और उस दौरान किसान को कैसे पानी मिल सकेगा.