जयपुर : राजस्व वसूली के आंकड़ों के पीछे भाग रहा आबकारी विभाग लाइसेंसियों पर तो लगाम कसता जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अब तक ढिलाई बरत रहे हैं. अगस्त और सितंबर माह के राजस्व आंकड़े साफ कर रहे हैं कि जिम्मेदार कितने सचेत हैं और जयपुर सहित अन्य जिलों की स्थिति क्या है. किस जिले ने वसूली में बाजी मारी और कौन फिसड्डी रहा.
आबकारी विभाग ने पिछले साल तय आंकड़ों से ज्यादा वसूली कर रिकॉर्ड बनाया था और माना जा रहा था कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक तय आंकड़ों से आगे निकलेंगे. लेकिन वर्तमान स्थिति से ऐसा नहीं लग रहा. जिलों में राजस्व की 100 प्रतिशत वसूली दो दूर की बात सितंबर में एक भी जिला 90 प्रतिशत तक नहीं पहुंच सका है. इसमें भी जयपुर लगातार टॉप 10 से बाहर हो रहा है. उधर, छोटे जिले बाजी मार रहे हैं. उधर, आबकारी आयुक्त शिवप्रसाद नकाते लगातार ताकीद कर रहे हैं कि वसूली पर फोकस होना चाहिए, लेकिन जिम्मेदारों की कान में जूं तक नहीं रेंग रही. बरसों से बकाया वसूली में हालाकि जयपुर आगे निकल रहा है, लेकिन वसूली के आंकड़े अब तक नहीं बढ़ सके.
राजस्व वसूली का सितंबर का रिपोर्ट कार्ड
जिला-------------सितंबर टारगेट---वसूली प्रतिशत में
झुंझुनूं------------40.64-------------89.52
बीकानेर----------51.51------------87.14
नागौर------------48.13-------------86.92
जैसलमेर---------21.10-------------86.77
बाड़मेर-----------47.98-------------86.72
उदयपुर-----------91.70------------84.04
सीकर-------------64.18------------83.50
राजसमंद---------28.84------------83.29
चूरू---------------39.18------------83.26
बारां---------------27.77------------83.08
भीलवाड़ा---------45.10------------83.06
जयपुर ग्रामीण----68.68------------83.03
अजमेर------------95.40------------82.21
जयपुर सिटी-------185.27----------82.05
अलवर-------------40.80-----------81.33
जोधपुर-------------96.91-----------80.70
कोटा---------------50.81-----------80.21
टोंक----------------22.75-----------79.40
बूंदी----------------21.27------------79.38
कोटपूतली-बहरोड़-53.93-----------78.33
झालावाड़----------29.29------------77.51
हनुमानगढ़---------42.74------------76.99
भरतपुर-------------41.51-----------76.47
पाली-----------------41.09----------75.91
जालौर----------------58.92---------73.33
डूंगरपुर---------------32.21---------72.42
चित्तौड़गढ़-------------33.09--------72.13
दौसा-------------------23.29--------69.83
सिरोही-----------------52.10--------69.68
श्रीगंगानगर-------------49.77--------69.58
सवाई माधोपुर----------24.11-------69.37
करौली------------------13.25-------68.63
बांसवाड़ा---------------28.35--------68.09
प्रतापगढ़---------------13.53---------62.76
धौलपुर-----------------18.14---------59.76
राजस्व वसूली की बात की जाए तो सितंबर में 1643.33 करोड़ के मुकाबले 1308.25 करोड़ की वसूली हुई यानि कुल टारगेट का 79.61 प्रतिशत अचीव किया गया. झुंझुनूं जिला 89.52 प्रतिशत वसूली के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि अगस्त में 98 प्रतिशत वसूली के साथ जालौर पहले स्थान पर रहा था. अगस्त में 13वें स्थान पर रहा जयपुर एक पायदान फिसलकर 14वें स्थान पर आ गया है. जबकि विभाग का पूरा फोकस जयपुर पर रहता है. देखने वाली बात यह रहेगी कि राजस्व वसूली की स्थिति ऐसी ही चलती रही तो सरकार की ओर से तय 19 हजार 720 करोड़ के राजस्व लक्ष्य को छूना कहीं दूर की कौड़ी ना हो जाए.